जीतू पटवारी ने उठाए सवाल
सौरभ व उसके साथियों को जमानत मिलने के बाद जीतू पटवारी ने सवाल उठाते हुए कहा है- मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार की नई परतें खुलती जा रही हैं और सत्ता के संरक्षण में बड़े आर्थिक अपराधियों को बचाने का खेल जारी है। यह मामला केवल एक घोटाले का नहीं, बल्कि पूरे सरकारी तंत्र की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े करता है। मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार अब इतनी गहराई तक समा चुका है कि वह प्रशासनिक और राजनीतिक दोनों ही स्तरों पर दिखाई देने लगा है। यह संकट केवल आर्थिक अपराधों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह प्रदेश की न्याय व्यवस्था और कानून के शासन पर भी एक गंभीर हमला है। लोकायुक्त की भूमिका पर उठाए सवाल
जीतू पटवारी ने कहा है- जिस मामले में 52 किलो सोना, करोड़ों की नगदी और रियल एस्टेट में किए गए भारी निवेश का खुलासा हुआ था, उस पर उचित समय में लोकायुक्त द्वारा चालान पेश न किया जाना भाजपा सरकार की मंशा को उजागर करता है। यह सीधा संकेत है कि भ्रष्टाचार के तार केवल कुछ अधिकारियों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह एक संगठित नेटवर्क के रूप में सत्ता के शीर्ष तक फैला हुआ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी सदैव भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ती रही है और आगे भी लड़ेगी। कांग्रेस का लक्ष्य प्रदेश में पारदर्शिता और ईमानदारी से काम करने वाली सरकार स्थापित करना है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भ्रष्टाचारियों पर कठोर कार्रवाई हो और लोकायुक्त जैसी संस्थाओं का दुरुपयोग बंद हो। कांग्रेस सरकार बनने पर भ्रष्टाचार के खिलाफ विशेष जांच आयोग गठित किया जाएगा, जो भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुए हर भ्रष्टाचार की गहन जांच करेगा।
जनता से जीतू पटवारी की अपील
जीतू पटवारी ने जनता से अपील की है कि अब समय आ गया है कि प्रदेश की जनता भाजपा सरकार की नीतियों को बेनकाब करे और सुशासन की दिशा में कदम बढ़ाए। यह लड़ाई सिर्फ कांग्रेस की नहीं, बल्कि हर उस नागरिक की है जो एक ईमानदार और भ्रष्टाचार मुक्त शासन चाहता है। हमें मिलकर इस अन्याय के खिलाफ खड़ा होना होगा। कांग्रेस जनता से अपील करती है कि वे इस भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करे, क्योंकि यह केवल एक राजनीतिक लड़ाई नहीं, बल्कि प्रदेश के भविष्य और हर नागरिक के अधिकारों की लड़ाई है।