भोपाल सेंटर से मेडल की उम्मीद
वर्तमान में साई भोपाल 6 खेलों में प्रशिक्षण दिया जाता है। जूडो में भोपाल सेंटर का प्रदर्शन श्रेष्ठ है। अब 2028 ओलंपिक में देश को मेडल दिलाने का टारगेट लेकर काम किया जा रहा है। पहले चरण में खिलाडि़यों की संख्या 87 से बढ़ाकर 100 की गई। इसे बढ़ाकर 200 तक ले जाने की योजना है। इसके लिए देशभर के श्रेष्ठ खिलाडि़यों में से चुनिंदा खिलाडि़यों को ट्रायल के जरिए शामिल किया जा रहा है। अभी जूडो-वुशू की ट्रेनिंग साथ होती है। ओलंपिक को ध्यान में रखते हुए जूडो के लिए नया ट्रेनिंग हॉल तैयार किया जा रहा है। अभी खिलाडि़यों को ट्रेनिंग देने के लिए यहां 11 कोच पदस्थ हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत रहे जूडो खिलाड़ी
2022 में इंडोनेशिया में हुई जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में तनिशा नागर ने गोल्ड और आयरा चिश्ती ने सिल्वर मेडल दिलाया था। 2022-23 में यहां के एथेलिट ने इंटरनेशनल में 9 गोल्ड, 4 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज मेडल जीते थे। वहीं, नेशनल में 24 गोल्ड सहित 59 मेडल जीत चुके हैं।
अमेरिका से यूरोप तक के हॉल देखे गए
हाई परफॉर्मेंस कोच यशपाल सोलंकी का कहना है कि जूडो हॉल अमेरिका और यूरोपीय देशों के हॉल की तरह ही अत्याधुनिक होगा।एसी हॉल में एक समय में 200 खिलाड़ी एक साथ प्रशिक्षण ले सकेंगे। इसे इस तरह तैयार किया जाएगा कि यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के मुकाबले भी आयोजित किए जा सकेंगे। इसमें खिलाडि़यों के लिए 6 मेट्स होंगी। दो मंजिला इमारत में मेडिकल सुविधा, जिम, कोच रूम, हाइड्रो थैरेपी, मसाज रूम से लेकर खिलाडि़यों से जुड़ी हर सुविधा मौजूद होगी। यहां रिहेब सेंटर भी होगा। संभवत: अगले साल तक इसका निर्माण पूरा हो जाएगा।