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भोपाल

आज भी आग के मुहाने पर कोचिंग, 800 कोचिंग में 2.70 लाख विद्यार्थी, दो बार जांच के बाद दस फीसदी में ही हुए आग से बचाव के इंतजाम

– एमपी नगर में आज भी सड़कों पर पार्क रहते हैं वाहन, जरूरत पड़ी तो फायर ब्रिगेड भी नहीं घुस पाएगी
– दिल्ली में कोचिंग की घटना के बाद एक बार फिर से यहां जांच को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं, अब जांच जरूरी

भोपालJun 19, 2023 / 09:17 pm

प्रवेंद्र तोमर

आज भी आग के मुहाने पर कोचिंग, 800 कोचिंग में 2.70 लाख विद्यार्थी, दो बार जांच के बाद दस फीसदी में ही हुए आग से बचाव के इंतजाम

आज भी आग के मुहाने पर कोचिंग, 800 कोचिंग में 2.70 लाख विद्यार्थी, दो बार जांच के बाद दस फीसदी में ही हुए आग से बचाव के इंतजाम

भोपाल. राजधानी में कोचिंग फिर से आबाद हो गईं हैं, छोटी बड़ी करीब 800 कोचिंग शहर में संचालित होती हैं। लेकिन आगजनी से निपटने के इंतजाम दस फीसदी कोचिंग में ही हो सके हैं। बाकी कोचिंग आज भी दड़बों में और घुटनभरे कमरों में संचालित हो रही हैं। इसमें साठ से सौ स्टूडेंट्स की संख्या रहती है। दिल्ली स्थित कोचिंग में हुई घटना के बाद एक बार फिर से इनकी जांच की मांग उठने लगी है। जबकि पिछले पांच साल में प्रशासन दो बार कोचिंग की जांच करा चुका है। समय-समय पर निगम के अधिकारी फायर एनओसी के लिए जांच करते हैं, लेकिन एमपी नगर में ही दस फीसदी बिल्डिंग संचालकों ने फायर एनओसी ली है। बाकी में कोई सुधार नहीं हुआ।
अकेले एमपी नगर जोन एक और दो में ही करीब 180 कोचिंग संचालित हो रही हैं। रोजाना साठ से सत्तर हजार स्टूडेंट्स का आना जाना रहता है। ऐसे में यहां सुरक्षा के इंतजाम होना बेहद जरूरी हैं। क्योंकि 80 फीसदी कोचिंग किराए की बिल्डिंग में चल रही हैं। इमारतें पुराने ढर्रे पर बनी हैं, जिनमें पीछे गेट तक नहीं हैं। पिछले चार से पांच साल में हुईं दो बार जांच के बाद कुछ ही कोचिंग संचालकों ने अपने यहां पीछे लोहे की सीढ़ियां और गेट लगवाए हैं। कुछ में फायर उपकरण भी लगे हैं, लेकिन बाकी कोचिंग आज भी भगवान भरोसे हैं।
गाइडलाइन बनाकर दी थी, पालन नहीं
कोचिंग संचालकों को जांच के दौरान नगर निगम और जिला प्रशासन के अफसरों ने गाइडलाइन बनाकर दी थी। उसमें बिल्डिंग के ऊपर पानी के अतिरिक्त टैंक, फायर एनओसी, अगर पास-पास दो इमारते हैं तो उनकी छतों को आपस में जोड़ा जाए। जिससे छात्र आसानी से एक इमारत से दूसरी इमारत पर चले जाएं, लेकिन ये भी यहां नहीं हुआ। कमरे भी खुले और हवादार बनाने थे, लेकिन कुछ पर आज भी कोई असर नहीं पड़ा।

घुस नहीं सकती फायर ब्रिगेड की गाड़ी

एमपी नगर में पार्किंग को लेकर पिछले तीन से चार साल में कोई चार दर्जन् बैठकें हो चुकी हैं। कोचिंग एसोसिएशन महापौर तक को ज्ञापन सौंप चुकी है, लेकिन आज भी वाहन सड़कों पर ही पार्क होते हैं। आग लगने की स्थिति में यहां फायर ब्रिगेड घुस नहीं सकेगी। सड़क के दोनों तरफ चार पहिया और दो पहिया वाहन पार्क रहते हैं। एसडीएम एमपी नगर राजेश गुप्ता ने मल्टीलेवल पार्किंग में पार्किंग पास की व्यवस्था भी कराई, लेकिन ये भी ज्यादा दिन नहीं चल सकी। एसडीएम का कहना है कि समय समय पर निगम अमला जांच करता रहता है, अभी फिर से जांच करा ली जाएगी।
– विद्यानगर बनेगा नया कोचिंग हब, 600 से अधिक कोचिंग खुलेंगी
नर्मदापुरम रोड किनारे विद्यानगर भाग दो और तीन में नया कोचिंग हब तैयार हो रहा है। बीडीए इसे तैयार कर रहा है। शुरुआत आइएसबीटी बनाने से हुई, इसके साथ ही सड़क व कोचिंग संस्थानों के लिए जगह निकाली जाएगी। बीडीए अफसरों के अनुसार फिलहाल करीब 600 कोचिंग के लिए जगह होगी। आगामी समय में इसे बढ़ाया जाएगा।

– कोट्स
हम नर्मदापुरम रोड पर कोचिंग हब विकसित कर रहे हैं। सुरक्षित माहौल में बच्चे अपना भविष्य गढ़ें इसके लिए पूरे व पुख्ता इंतजाम यहां रहेंगे। प्लॉट साइज भी काफी बड़े हैं।
– कृष्ण मोहन सोनी, अध्यक्ष बीडीए
इनका कहना
दिल्ली में हुई घटना के बाद हमारी मांग है कि एक बार फिर से यहां जांच हो, दो बार जांच से काफी कुछ सुधार हुआ है। लेकिन इसे और प्रभावी बनाने के लिए प्रशासन के सहयोग की जरूरत है।

– संजय तिवारी, अध्यक्ष कोचिंग एसोसिएशन भोपाल

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