घरेलू कलह बना हत्या का कारण
दरअसल, जमुहां गांव की सावित्री देवी दौहरे अपने इकलौते बेटे रामबाबू दौहरे के साथ रहती थीं। मां-बेटे के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। यह अनबन रामबाबू की शादी के बाद शुरू हुई। ऐसा इसलिए क्योंकि उसकी पत्नी और मां के रिश्ते अच्छे नहीं चल थे। इससे तंग आकर सात साल पहले रामबाबू की पत्नी उसे छोड़कर चली गई और दूसरी शादी कर ली। इस घटना के लिए रामबाबू अपनी मां को जिम्मेदार मानता था। बेटे की सगाई में अचानक पिता को आया हार्ट अटैक, बिलख उठा परिवार गुस्से में ली मां की जान
सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात करीब तीन से चार बजे के बीच मां-बेटे के बीच एक बार फिर कहासुनी हुई। गुस्से में आकर रामबाबू ने फावड़े से हमला कर अपनी मां की हत्या कर दी। हत्या के बाद वह शव के पास करीब 6 घंटे तक बैठा रहा। अगले दिन दोपहरमें जब महिला के देवर बुधु सिंह जाटव घर पहुंचे, तो रामबाबू ने खुद उन्हें हत्या की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया। मामले की जांच जारी है।