एक त्रुटि सुधरवाने 200 किलोमीटर का सफर
स्वास्थ्य कर्मचारी को अगर किसी एक त्रुटि को सुधरवाना है, तो उसे मोहला मानपुर जिला से करीब 200 किलोमीटर दूर राजधानी रायपुर तक का सफर पूरा करना पड़ता है। जेडी दफ्तर रायपुर में होने से यह परेशानी हो रही है। कर्मियों को रिटाडर्य, प्रमोशन या वरीयता से संबंधित किसी भी प्रकार की दिक्कत पेश आती है, तो राजधानी रायपुर के जेडी ऑफिस जाने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचता है। कर्मियों को वरीयता और प्रमोशन के मामले में कई बार शिकायत लेकर जेडी दफ्तर तक चक्कर लगाना ही पड़ता है।
दूसरे विभाग के संभाग में हैं जेडी
दुर्ग में दुर्ग संभाग के लेखा एवं कोष के जेडी बैठते हैं। इसी तरह से राजस्व के जेडी बैठते हैं। कृषी विभाग के जेडी का दफ्तर भी है। पशु विभाग के जेडी का कार्यालय भी खुल चुका है। वहीं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी अब तक जेडी को लेकर इंतजार ही कर रहे हैं।
सेटअप स्वीकृत होने से यह मिलेगा लाभ
संयुक्त संचालक, स्वास्थ्य का दुर्ग में सेटअफ स्वीकृत हो जाता है, तो स्वास्थ्य से जुड़े राष्ट्रीय कार्यक्रम की मॉनीटरिंग बेहतर तरीके से हो सकेगी। राष्ट्रीय कार्यक्रम, स्वास्थ्य की समीक्षा होने लगेगी, तब उसमें कसावट आएगी। दुर्ग संभाग के लिए अन्य संभाग बिलासपुर, सरगुजा, जगदलपुर व रायपुर की तरह अलग से संयुक्त संचालक, स्वास्थ्य की व्यवस्था हो जाएगी।
कर्मियों को नहीं लगाना पड़ेगा 200 किलोमीटर चक्कर
जेडी दफ्तर, रायपुर जाने के लिए संभाग के कर्मियों को वर्तमान में 50 से लेकर 200 किलोमीटर तक चक्कर लगाना पड़ रहा है। दुर्ग में अगर जेडी दफ्तर शुरू हो जाता है तो इससे छुटकारा मिलेगा। दुर्ग संभाग में दुर्ग, राजनांदगांव, बेमेतरा, बालोद, कबीरधाम, खैरागड़, मानपुर मोहला शामिल हैं। यहां के करीब 2500 कर्मियों व चिकित्सकों को इसका लाभ मिलेगा।
रोजगार का मिलेगा अवसर
रायपुर संभाग की तर्ज पर दुर्ग में संभागीय संयुक्त संचालक के दफ्तर के लिए जगह की कमी नहीं है। दुर्ग में विभाग के पुरानी दफ्तर बंद पड़े हैं। वहां भी इसे भवन संधारण कर शुरू किया जा सकता है। संभाग में संभागीय संयुक्त संचालक के लिए दफ्तर के साथ-साथ कर्मियों की भी जरूरत पड़ेगी। इस तरह से करीब 17 से 20 नए लोगों को रोजगार भी मिलेगा। दुर्ग संभाग के कर्मियों को इसका लाभ मिलेगा। रायपुर की तर्ज पर संभागीय संयुक्त संचालक की नियुक्ति दुर्ग संभाग में करनी होगी। इससे वर्तमान में जो विवाद पैदा हो रहा है, उससे बचा जा सके।
मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से कर चुके मांग
सैयद असलम, प्रदेश महामंत्री, छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने बताया कि दुर्ग संभाग में आने वाले सात जिलों के कर्मियों को परेशानी होती है। उनको एक त्रुटि ठीक करवाने के लिए लंबा सफर करना पड़ता है। इस वजह से प्रदेश के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से लिखित में मांग कर चुके हैं कि जल्द जेडी सेटअफ स्वीकृत किया जाए।
संबंधित अधिकारियों से की जाएगी चर्चा
टीएस सिंह देव, स्वास्थ्य मंत्री, छत्तीसगढ़ शासन, ने बताया कि दुर्ग में संभागीय संयुक्त संचालक का दफ्तर जरूरी है। यह मांग जायज है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के संबंधित अधिकारियों से चर्चा की जाएगी।