मोहननगर टीआई शिवा चंद्रा ने बताया कि संतोष कुमार सोनी की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। जिसके मुताबिक वर्ष 2010 में शुष्क इंडिया लिमिटेड कंपनी का कार्यालय केवल भवन के सामने स्टेशन रोड दुर्ग में आरके हाईटस बिल्डिंग में खुला था। बाद में उजाला भवन के सामने मल्होत्रा काम्पलेक्स में चला गया। कंपनी के सीएमडी कैलाश सिंह लोधी, नरेन्द्र सिंह लोधी, फत्ते सिंह लोधी, ललीत पाल, मोहन कुमार, साकार देवेन्द्र चौहान, अनिल सिंह लोधी थे, जिन्होंने लोगों को प्रलोभन दिया कि कंपनी में धनराशि निवेश करने पर 6 वर्ष में दोगुना, 8 वर्ष में तिगुना एवं 11 वर्ष में चार गुना लाभ मिलेगा।
अन्य स्कीम के बारे में प्रलोभन दिया कि बोनस बीमा मिलेगा और जमीन भी मिलेगा। झांसे मे आकर हजारों लोगों ने करोडों रुपए इस कंपनी में निवेश किया था। कंपनी द्वारा मैच्युरिटी पूरा होने के बाद भी रकम वापस नहीं किया गया। अचानक आफिस में ताला लगाकर भाग गए।
CG Chit Fund Scam: पहले पकड़ाए थे यह आरोपी
टीआई ने बताया कि प्रकरण दर्ज करने के बाद मामले में जांच शुरू की। विवेचना के दौरान आरोपी दिनेश सैनी, अमित जैन, ललित पाल, मोहन कुमार मुन्ना, पुरानिक देवांगन, कैलाश सिंह लोधी, कन्हैया लाल ओझा, अनिल सिंह लोधी को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ अभियोग पत्र न्यायालय में पेश किया जा चुका है। प्रकरण में अभी भी 5 आरोपी फरार हैं। जिनकी पतासाजी की जा रही है।
ऐसे पकड़ाया शुष्क इंडिया प्राइवेट लिमि. कंपनी का डायरेक्टर
टीआई ने बताया कि एसपी जितेन्द्र शुक्ला के निर्देश पर टीम गठित की गई। टीम द्वारा फरार आरोपियों की पतासाजी की जा रही थी। एसीसीयू की टेक्निकल टीम द्वारा शुष्क इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के फरार डायरेक्टर सुनील तिवारी के संबंध में एक विषिष्ट जानकारी मिली। विश्लेषण में आरोपी की उपस्थिति भोपाल में पता चली।