
पैटर्न में बदलाव के ये कारण
बोर्ड एवं प्रवेश परीक्षाओं की प्रणाली में सुधार जरूरी।मूल्यांकन प्रणाली के हानिकारक प्रभावों को रोकना।
बच्चों के समग्र विकास को प्रोत्साहित किया जाए।
बोर्ड परीक्षाओं के दबाव को समाप्त किया जाए।
बच्चों में कोचिंग क्लासेज की जरूरत खत्म हो।
छात्रों की कोर क्षमताओं का परीक्षण करना होगा।
10वीं बोर्ड परीक्षा 2025- 26 कार्यक्रम सारिणी
पहला चरण: 17 फरवरी-06 मार्च 2026दूसरा चरण: 5 मई से 20 मई 2026
दोनों परीक्षाओं में पहला पेपर गणित विषय का होगा
पंजीकृत छात्र: 26,60,000
छात्र- अभिभावकों के सवाल, एक्सपर्ट के जवाब
क्या छात्र को दोनों परीक्षाओं में बैठना अनिवार्य है?छात्रों को दोनों परीक्षाओं में बैठना अनिवार्य नहीं होगा, तीन विकल्प होंगे – पहला साल में एक बार परीक्षा दें, दूसरा दोनों परीक्षाओं में शामिल हों और किसी सब्जेक्ट में अच्छा परफॉर्म न कर पाने पर, दूसरी परीक्षा में उस विषय का दोबारा एग्जाम दें।
क्या सप्लीमेंट्री वाले ही दूसरी परीक्षा में बैठ सकेंगे?
दूसरी परीक्षा में कोई भी विद्यार्थी बैठ सकता है।
क्या दोनों में से कोई भी विकल्प चुनना विद्यार्थी पर निर्भर होगा?
अपनी सुविधा से कोई भी विकल्प चुन सकेगा।
क्या अपनी मर्जी से आधे-आधे पेपर दे सकेंगे?
विद्यार्थी अपनी सुविधानुसार पेपर दे सकेंगे।
क्या पहली परीक्षा में कम अंक आने पर दूसरी परीक्षा में बैठ सकेंगे?
विद्यार्थी ज्यादा नंबर लाने के लिए दूसरी परीक्षा में बैठ सकता है।
क्या दोनों परीक्षाओं में आधा-आधा सिलेबस पूछा जाएगा?
नहीं, पूरा सिलेबस आएगा।
क्या दो एग्जाम्स के बाद सप्लीमेंट्री एग्जाम का मौका मिलेगा?
नहीं, दो एग्जाम के बाद सप्लीमेंट्री का मौका नहीं मिलेगा।
क्या दोनों परीक्षाओं के लिए रजिस्ट्रेशन अलग-अलग होगा?
हां, दोनों साथ का भी ऑप्शन होगा।
क्या प्रैक्टिकल एग्जाम भी दो बार होंगे?
प्रैक्टिकल एक बार ही होंगे।
