इस संबंध में 10 सरकारी विभागों को नोटिस जारी किए गए हैं।
वसूली लक्ष्य बढ़ा, 125 करोड़ तक पहुंचा आंकड़ा
इस वर्ष नगर निगम का कर वसूली लक्ष्य बढ़कर 125 करोड़ रुपये कर दिया गया है, जबकि पहले यह 55 करोड़ रुपये था। हालांकि, जीआईएस सर्वे के दौरान जब भवनों का सत्यापन कराया गया, तो बकाया राशि को लेकर कुछ अंतर सामने आया और अब विभाग 78 करोड़ रुपये के बकाया कर की वसूली पर फोकस कर रहा है।
गोदाम और व्यावसायिक भवनों पर सीलिंग की कार्रवाई जारी
नगर निगम की टैक्स वसूली टीम ने बीते 48 घंटों में करीब 5 करोड़ रुपये की वसूली की है। बृहस्पतिवार को तीन प्रमुख बकायादारों के भवनों को सील किया गया। शाहदाना में अंजुम अली: 4.38 लाख रुपये बकाया गंगापुर में सुंदरा देवी: 3.40 लाख रुपये बकाया सुंदरा देवी रामगोपाल का भवन: 2.38 लाख रुपये बकाया नोटिस जारी करने के बावजूद कर जमा नहीं करने पर राजस्व निरीक्षक तुषार श्रीवास्तव की टीम ने इन भवनों को सील कर दिया।
अब सरकारी विभागों पर नजर, टॉप-10 बकायादारों की सूची तैयार
नगर निगम ने अब सरकारी विभागों से कर वसूली पर ध्यान केंद्रित किया है। टॉप-10 बकायादार विभागों की सूची तैयार कर नोटिस भेजे गए हैं। इनमें बिजली विभाग, उद्योग विभाग, लोक निर्माण विभाग, कृषि उत्पादन मंडी समिति समेत अन्य प्रमुख सरकारी संस्थाएं शामिल हैं।
अगर 30 मार्च तक टैक्स नहीं भरा तो क्या होगा
संबंधित विभागों के बैंक खाते फ्रीज किए जाएंगे। टैक्स वसूली के लिए कानूनी कार्रवाई की जाएगी। व्यावसायिक और सरकारी संपत्तियों पर सीलिंग की कार्रवाई की जाएगी।