स्कूल और मंदिरों के पास दुकान खोलने पर गुस्सा
लक्ष्मी नगर एक घनी आबादी वाला आवासीय क्षेत्र है, जहां लगभग 165 परिवार निवास करते हैं। कॉलोनी के 100 मीटर के दायरे में सैक्रेड हार्ट स्कूल, हनुमान मंदिर, शिव मंदिर और राधा-कृष्ण मंदिर जैसे प्रमुख धार्मिक स्थल स्थित हैं। 1 अप्रैल 2025 को सुबह लगभग 11 बजे कॉलोनी के सामने आम के बाग की बगल में स्थित खाली दुकानों में अचानक “कम्पोजिट दुकान (संजय नगर नं. 40350)” का बोर्ड लगा दिया गया। इस दुकान के लाइसेंसधारी का नाम पियूष जायसवाल बताया जा रहा है, जिसकी आबंटन संख्या 23/CS है।
स्थानीयों ने किया विरोध, नियमों के उल्लंघन का आरोप
दुकान का बोर्ड लगते ही कॉलोनीवासियों और महिलाओं ने जोरदार विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। सुनीता चौधरी, जो ‘नारी शक्ति संगठन’ की सदस्य हैं, ने कहा कि इतनी संवेदनशील जगह पर शराब की दुकान खोलना पूरी तरह से गैरकानूनी और सामाजिक मूल्यों के खिलाफ है। विरोध करने पहुंचे नागरिकों ने दुकानदार से लाइसेंस की वैधता को लेकर सवाल उठाए, लेकिन उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इससे आक्रोश और भी बढ़ गया।
महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा पर खतरा
स्थानीय निवासी राजीव गुप्ता का कहना है कि शराब की दुकान खुलने से बच्चों की पढ़ाई का वातावरण प्रभावित होगा और स्कूल आने-जाने वाली महिला शिक्षिकाओं तथा अभिभावकों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता बनी रहेगी। लोगों ने इस पर आशंका जताई है कि आने वाले समय में नशा करने वालों का जमावड़ा कॉलोनी में बढ़ेगा, जिससे माहौल बिगड़ सकता है।
जिलाधिकारी से की दुकान हटवाने की मांग
लक्ष्मी नगर विकास समिति ने ज्ञापन में अपील की है कि सामाजिक सौहार्द, बच्चों की शिक्षा और धार्मिक आस्थाओं का सम्मान करते हुए इस शराब की दुकान को किसी अन्य उपयुक्त स्थान पर स्थानांतरित किया जाए। समिति ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन जल्द कार्रवाई नहीं करता, तो क्षेत्रीय नागरिक आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।