कैंट निवासी जैनुल आबदीन का कहना है कि उसने भरोसे में आकर इज्जतनगर के रहपुरा चौधरी निवासी शकील अहमद उर्फ गुड्डू और उसके साथी पीलीभीत निवासी शहादत खान को ट्रक बेचा, लेकिन अब दोनों न तो पैसे दे रहे हैं, न ही ट्रक वापस लौटा रहे हैं।
10 लाख रुपये में बेचा था ट्रक, 42 हजार रुपये दिए नकद
पीड़ित के मुताबिक उसने ट्रक करीब 10 लाख रुपये में सौदा किया था। शुरुआत में शकील ने 42 हजार 850 रुपये नकद दिए और बाकी रकम किश्तों में चुकाने का वादा किया, लेकिन इसके बाद हालात बदल गए। ट्रक के कागज शहादत के नाम कराए गए, क्योंकि शकील ने उसे अपना खास बताया था। सौदे के कुछ ही दिन बाद दोनों का रवैया बदल गया। किश्तें न जमा की गईं, बात करने पर टालमटोल शुरू हो गया। मजबूरी में जैनुल ने जून, जुलाई और अगस्त की तीन किश्तें खुद भरीं कुल 1.28 लाख अपनी जेब से दिए। अब हालत ये है कि न ट्रक मिल रहा है, न पैसे।
पुलिस ने नहीं दिया साथ पीड़ित ने खटखटाया कोर्ट का दरवाजा
आरोपियों ने ट्रक चोरी की झूठी रिपोर्ट थाना अलीगंज में दर्ज करा दी, लेकिन पुलिस जांच में वह झूठी निकली। इस मामले में शहादत पर कार्रवाई भी हो चुकी है। पीड़ित ने बताया कि वह इस पूरे मामले की शिकायतें 24 अक्टूबर से लेकर 18 फरवरी तक तीन थानों और एसएसपी ऑफिस तक कर चुका है। अब थक-हारकर कोर्ट की शरण ली है। कोर्ट के आदेश के बाद दोनों आरोपियों के खिलाफ कैंट थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है।