इज्जतनगर के सेंट्रल स्टेट आकाशपुरम निवासी रीना सिंह पत्नी कृष्णपाल सिंह ने आरोप लगाया कि जून 2022 में उनकी मुलाकात इंडियन ऑयल से जुड़े दो लोगों अनुज कुमार और मधु सारथी से शाहजहांपुर में हुई। दोनों ने भरोसा दिलाया कि वे उन्हें निगोही में मौजूद मैसर्स ओम धनदाय फिलिंग स्टेशन में 50 फीसदी की साझेदारी दिला सकते हैं। इसी झांसे में आकर रीना सिंह को पंप मालिक वीरेंद्र पाल सिंह से मिलवाया गया।
70 लाख में हुई थी पेट्रोल पंप में पार्टनरसिप देने की डील
बातचीत में यह तय हुआ कि रीना को 70 लाख में आधा पार्टनर बनाया जाएगा और शुरुआती तौर पर 35 लाख देने होंगे। भरोसे में लेने के लिए बाकायदा 100 के स्टांप पेपर पर मोटराइज्ड एग्रीमेंट भी कराया गया। रीना ने जून, जुलाई और अगस्त 2022 में नकद और बैंक के जरिए 35 लाख वीरेंद्र सिंह की फर्म के खाते में ट्रांसफर भी कर दिए। पैसे मिलते ही वीरेंद्र का रुख बदल गया। न तो साझेदारी के कागज तैयार हुए, न इंडियन ऑयल में फॉर्मल एंट्री हुई। जब रीना ने बार-बार बात की, तो टालमटोल होती रही। यहां तक कि इंडियन ऑयल के रीजनल ऑफिस में दस्तावेज जमा कराने के दिन भी वह जान-बूझकर नदारद रहे।
रुपये वापस मांगने पर की गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी
पीड़िता रीना के पति ने पैसे वापसी के लिए दबाव बनाया तो वीरेंद्र ने न सिर्फ पैसे लौटाने से मना कर दिया बल्कि फोन पर गाली-गलौच की और जान से मारने की धमकी भी दी। पीड़िता ने इस पूरे मामले की शिकायत एसएसपी अनुराग आर्य से की। एसएसपी के आदेश पर पंप मालिक वीरेंद्र पाल सिंह के साथ-साथ अनुज कुमार और मधु सारथी के खिलाफ इज्जतनगर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। महिला ने बताया कि उनके पास सारे दस्तावेज, बैंक की रसीदें, साझेदारी का अनुबंध और इंडियन ऑयल में जमा की गई एप्लिकेशन की कॉपी भी मौजूद हैं।