कृषि मंडी के गेट से लेकर पीजी काॅलेज तक, वहीं मेलखेड़ी तिराहे से मांगरोल बाइपास होकर माथना तिराहे तक तथा दूसरी ओर नलका तिराहे तक भारी तादाद में ट्रैक्टर ट्रॉलियां खड़ी हो जाने के कारण रास्ते जाम हो गए। मांगरोल बाइपास पर तो हालात ऐसे थे कि बाइक निकलने की भी स्थिति नही रही। लेकिन गुरुवार को ही मंडी के नीलामी प्लेटफार्म पांच नम्बर पर करीब 25 हजार कट्टे की ढेरियां लग गई। इस मामले में मंडी सचिव हरिमोहन बैरवा ने बेबसी जाहिर करते हुए बताया कि कई किसान अन्य जिन्सों के मध्य ही गेहूं की ट्रैक्टर ट्रॉलियां भर कर ले आए, ऐसे में उन्हें कैसे बाहर निकालें।
नलम्बित किए थे लाइसेन्स कृषि उपज मंडी प्रशासन ने गत दिनों गेहूं की ट्रैक्टर ट्रॉलियों अनधिकृत प्रवेश करवाने के मामले को लेकर पांच व्यापारिक फर्मों के लाइसेन्स 7 दिनों के लिए निलम्बित कर दिए थे। लेकिन इन हालातों में मंडी प्रशासन अपनी बेबसी बता रहा है। वहीं जिनके लाइसेन्स निलम्बित हुए हैं, उन व्यापारियों ने कहा कि अब यह गेहूं मंडी में बिना अनुमति के कैसे आ गया। कृषि उपज मंडी में शुक्रवार रात को 10 बजे से लेकर सुबह 9.30 बजे तक गेहूं की ट्रैक्टर ट्रॉलियों को प्रवेश दिया गया।
दोपहर में ही लगी कतार, रास्ते ब्लॉक कृषि उपज मंडी में शनिवार को गेहूं की नीलामी की गई। इसके चलते गेहूं से भरी ट्रैक्टर ट्रॉलियों की कतारें शुक्रवार दोपहर से ही लग गई। कृषि उपज मंडी के पिछले गेट से लेकर पीजी कॉलेज तक, मेलखेड़ी तिराहे से मांगरोल बाइपास होकर माथना तिराहे तक तथा दूसरी ओर नलका तिराहे तक भारी तादाद में ट्रैक्टर ट्रॉलियाखड़ी हो जाने के कारण रास्ते जाम हो गए। मांगरोल बाइपास पर तो बाइक निकलने की भी स्थिति नही रही।