विशिष्ट क्लब में भारत
इस मिशन के दोनों उपग्रह स्पेडेक्स-01 और स्पेडेक्स-02 (चेजर और टारगेट) पृथ्वी की 470 किमी वाली कक्षा में चक्कर लगा रहे हैं। दोनों उपग्रह बिल्कुल ठीक हालत में हैं। पृथ्वी की कक्षा में डॉकिंग और अनडॉकिंग की तकनीक में महारत हासिल करना भविष्य के मिशनों के लिए काफी आवश्यक है। चंद्रयान-4, भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन के निर्माण और गगनयान समेत भविष्य के मिशनों को इस तकनीक के सहारे पूरा किया जाएगा। अभी तक केवल रूस, अमरीका और चीन ने ही डॉकिंग तकनीक में महारत हासिल की है। भारत इस विशिष्ट क्लब का चौथा देश है।