पाटिल ने iPhone के प्रमुख आपूर्तिकर्ता कंपनी के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद कहा कि देवनहल्ली में सूचना प्रौद्योगिकी निवेश क्षेत्र (आइटीआइआर) में चिह्नित 300 एकड़ भूमि 1 जुलाई तक कंपनी सौंप दी जाएगी। इसके साथ ही, सरकार प्रति दिन 50 लाख लीटर पानी, गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति, सड़क संपर्क और अन्य बुनियादी सुविधाओं को सुनिश्चित करेगी। इससे पहले जॉर्ज चू की अगुवाई में ताइवान की चिप व स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी फॉक्सकॉन के प्रतिनिधियों ने पाटिल से भेंट की। इस दौरान आइटी और बीटी मंत्री प्रियांक खरगे भी मौजूद थे।
पाटिल ने कहा कि कंपनी को कर्मचारियों में अपेक्षित कौशल सेट का विवरण प्रदान करने के लिए कहा गया है ताकि पात्र उम्मीदवारों को रोजगार योग्य बनाने के लिए प्रशिक्षित किया जा सके। पाटिल के कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सरकार ने 13,600 करोड़ रुपए की परियोजना स्थापित करने की प्रक्रिया को तेज कर दिया है, जिससे 50,000 नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है। कंपनी ने कर्नाटक औद्योगिक क्षेत्र विकास बोर्ड को भूमि की लागत का 30 प्रतिशत पहले ही भुगतान कर चुकी है। इसने परियोजना को तीन चरणों में पूरा करने का लक्ष्य रखा है और तीनों चरणों के चालू रहने पर संयंत्र से सालाना 2 करोड़ इकाइयों के निर्माण हो सकेगा।
गौरतलब है कि होन हाई कॉर्पोरेशन (फॉक्सकॉन) के शीर्ष अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने देवनहल्ली में एक कारखाना स्थापित करने के लिए मार्च 2023 के पहले सप्ताह में कर्नाटक सरकार के साथ एक आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए थे।