सीएमआरएस ने किया येलो लाइन की ट्रेनों का वैधानिक निरीक्षण
सीएमआरएस दक्षिण सर्कल ए.एम.चौधरी और उनकी टीम ने सोमवार को आरवी रोड और बोम्मसंद्र के बीच येलो लाइन पर चीन से आई इस कॉरिडोर को सौंपी गई पहली चालक रहित ट्रेन का वैधानिक निरीक्षण किया। नए रोलिंग स्टॉक/ट्रेन की मंजूरी के लिए रेलवे मंत्रालय से संपर्क करने से पहले यह एक अनिवार्य है। एक बार जब रोलिंग स्टॉक/ट्रेन की मंजूरी रेलवे बोर्ड को मिल जाती है और उस लाइन पर सिग्नलिंग परीक्षण पूरा हो जाता है, तो सीएमआरएस को पूरी येलो लाइन आर 5 सेक्शन के निरीक्षण के लिए फिर से बुलाया जाएगा, जिसके बाद मंजूरी मिलने पर इस लाइन को परिचालन के लिए खोला जा सकेगा।
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सिग्नलिंग परीक्षण पूरा होने पर फिर होगा निरीक्षण
जल्द मिल सकता है येलो लाइन का तोहफा
बेंगलूरु. सीएमआरएस दक्षिण सर्कल ए.एम.चौधरी और उनकी टीम ने सोमवार को आरवी रोड और बोम्मसंद्र के बीच येलो लाइन पर चीन से आई इस कॉरिडोर को सौंपी गई पहली चालक रहित ट्रेन का वैधानिक निरीक्षण किया। नए रोलिंग स्टॉक/ट्रेन की मंजूरी के लिए रेलवे मंत्रालय से संपर्क करने से पहले यह एक अनिवार्य है। एक बार जब रोलिंग स्टॉक/ट्रेन की मंजूरी रेलवे बोर्ड को मिल जाती है और उस लाइन पर सिग्नलिंग परीक्षण पूरा हो जाता है, तो सीएमआरएस को पूरी येलो लाइन आर 5 सेक्शन के निरीक्षण के लिए फिर से बुलाया जाएगा, जिसके बाद मंजूरी मिलने पर इस लाइन को परिचालन के लिए खोला जा सकेगा।
गौरतलब है कि नम्मा मेट्रो की लंबे समय से प्रतीक्षित येलो लाइन, जिसे मेट्रो कोच डिलीवरी के कारण देरी का सामना करना पड़ा है, का सीएमआरएस ने निरीक्षण किया है। बेंगलूरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीएमआरसीएल) को 14 फरवरी, 2024 को चीन से छह ट्रेन कोच का पहला ट्रेन सेट मिल गया था। इस ट्रेन सेट को हेब्बागोडी मेट्रो डिपो में पहुंचाया गया था। बीएमआरसीएल के अनुसार चालक रहित ट्रेन ने अब तक सभी आंतरिक परीक्षण पास कर लिए हैं।
इस खंड पर मेट्रो परिचालन की अनुमति मिलती है तो दैनिक यात्रियों को खासा लाभ होगा। खासकर इलेक्ट्रॉनिक सिटी व इससे जुड़े क्षेत्रों में विभिन्न आईटी कंपनियों के साथ निजी कंपनियों में काम करने वालों को द्रुत गति का परिवहन साधन मिल जाएगा। इंटरचेंट स्टेशन आरवी रोड से येलो लाइन पर बोम्मसंद्र तक करीब १८ किलोमीटर की दूरी में यात्रा करने वाले लोगों को बहुत लाभ होगा। वर्र्तमान में यातायात दबाव के चलतेशाम पांच से रात आठ बजे तक बोम्मसंद्र, इलेक्ट्रॉनिक सिटी से मैजेस्टिक तक बस के साथ अपने निजी साधन से भी पहुंचने में दो घंटे से अधिक का समय लग जाता है। मेट्रो शुरू होने के बाद यह दूरी मात्र आधा घंटा में पूरी की जा सकेगी।
कथित तौर पर चालक रहित मेट्रो ने अब तक कई आंतरिक परीक्षण पास कर लिए हैं और निरीक्षण के लिए तैयार है।
टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड ने सोमवार को बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन की येलो लाइन को अपनी पहली ड्राइवरलेस, मेड-इन-इंडिया ट्रेनसेट सौंपी, जो भारत की शहरी गतिशीलता यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई। कंपनी ने पश्चिम बंगाल के उत्तरपारा में अपनी मेट्रो निर्माण सुविधा में ट्रेनसेट का निर्माण किया। अत्याधुनिक प्रदर्शन के लिए डिज़ाइन की गई स्टेनलेस स्टील बॉडी वाली स्वचालित ट्रेन इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी को बेंगलूरु के बाकी हिस्सों से जोडऩे वाले 18 किलोमीटर के हिस्से पर चलेगी।Hindi News / Bangalore / सीएमआरएस ने किया येलो लाइन की ट्रेनों का वैधानिक निरीक्षण