मुख्यमंत्री सिद्धारामय्या ने रविवार सुबह 11 बजे विधानसौधा में महिलाओं के लिए निशुल्क बस यात्रा शक्ति का औपचारिक उद्घाटन किया था।जानकारी के अनुसार केएसआरटीसी की बसों में मात्र बारह घंटे के दौरान 1 लाख 93 हजार 831 महिलाओं ने यात्रा का लुत्फ उठाया। इस पर करीब 58 लाख 16 हजार 178 रुपए का खर्च आया। सर्वाधिक बीएमटीसी की बसों में 2 लाख 01 हजार 215 महिलाओं ने यात्रा की। इस पर करीब 26 लाख 19 हजार 604 रुपए खर्च आया। एनडबल्यूकेआरटीसी की बसों में 1 लाख 33 हजार 354 महिलाओं ने निशुल्क यात्रा की। इस पर करीब 36 लाख 17 हजार रुपए खर्च आया। वहीं केकेआरटीसी की बसों में 56 हजार 623 महिलाओं ने सफर किया। इस पर करीब 19 लाख 70 हजार रुपए खर्च आया। सोमवार को भी बस स्टैंड परिसर में महिलाओं की खासी भीड़ रही।
डिजीलॉकर में सेव पहचान पत्र भी बस यात्रा के लिए मान्य
निशुल्क बस यात्रा के लिए महिलाओं को तोहफा
बेंगलूरु. अब महिलाओं को निशुल्क बस यात्रा के लिए अपने पहचान पत्र लेकर चलना जरूरी नहीं होगा। महिलाएं अपने फोटो पहचान पत्र डिजीलॉकर में भी सेव कर यात्रा कर सकती हैँ। राज्य सरकार के चारों निगमों ने डिजीलॉकर में सेव पहचान पत्र को बसों में यात्रा के लिए मान्य घोषित किया है।
राज्य सरकार ने चारों निगमों को शक्ति योजना के तहत निशुल्क बस यात्रा का लाभ उठाने वाली महिलाओं व छात्राओं के पहचान पत्र जो डिजीलॉकर में सेव हैं उन्हें मान्यता देने को कहा है।आदेश में कहा गया है कि निगम की बसों में यात्रा करने वाली महिलाओं को कर्नाटक राज्य में निवास के प्रमाण के रूप में मूल पहचान पत्र या डिजिलॉकर प्रस्तुत करना होगा। हालांकि, महिला यात्रियों की सुविधा के लिए उक्त आदेश में उल्लेखित पहचान पत्रों की फोटोकॉपी को मान्य करने का निर्णय लिया गया है।