भाजपा के पूर्ण बहुमत वाली शाढ़ौरा परिषद में भाजपा के ही अशोक माहौर नगर परिषद अध्यक्ष हैं। उन्होंने शुक्रवार को 4 मिनट 32 सेकेंड का वीडियो जारी कर अफसरशाही के रवैये को उजागर कर दिया। उन्होंने वीडियो में कहा है कि अपने पूरे होश हवाश में बयान कर रहा हूं, जिस पर भी आरोप लगेगा, मैंने अपने बच्चों से लिखवाकर घर पर रख दिया है।
नगर परिषद में अध्यक्ष के वीडियो से खलबली मच गई है। इस पर अधिकारी इस पर कुछ भी बोलने से बचते नजर आए। लोगों में सवाल है कि जिसे भाजपा ने निर्विरोध अध्यक्ष बनवाया, अब ऐसा क्या हुआकि नप अध्यक्ष को इस तरह का वीडियो जारी करना पड़ा।
पाला बदलने से शुरू हुआ विवाद, वीडियो तक पहुंचा
बताया जा रहा है कि अशोक माहौर को एक गुट ने नप अध्यक्ष बनवाया, लेकिन अध्यक्ष बनते ही अशोक माहौर ने उस गुट से पाला बदल लिया। इससे 15 में से नौ पार्षद विरोध में आ गए। जो कुछ दिन पहले अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए थे लेकिन शासन से अविश्वास के नियम में बदलाव से प्रस्ताव पर कार्रवाई रुक गई। तभी से लगातार खींचतान जारी है। एक पार्षद पीआइसी से इस्तीफा भी दे चुकी हैं, हालांकि नप अध्यक्ष ने उस पार्षद के इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया। शाढ़ौरा नगर परिषद में विवाद कोई नई बात नहीं है। पूर्व में भी यहां जनप्रतिनिधि और अफसरों के बीच विवाद चर्चा में रहे हैं।
पूर्व में सामने आ चुके हैं ऐसे विवाद
कलेक्टर के अनुमोदन के बिना पीएम आवास योजना में करीब 850 हितग्राहियों के नाम जोड़े तो उन्हें अपात्र घोषित किया, बाद में अब नगरीय प्रशासन संचालन ने उस जांच रिपोर्ट को ही निरस्त कर दिया। नप अध्यक्ष के वाहन में नवंबर 2023 से अगस्त 2024 तक 4.70 लाख रुपए कीमत का 5003 लीटर डीजल खर्चा बताया, जिसमें अध्यक्ष के वाहन में विधानसभा व लोकसभा आचार संहिता के दौरान डीजल खर्च बताया।
आचार संहिता के दौरान नप अध्यक्ष के वाहन में खर्च किए गए डीजल के मामले की जांच चल रही है और नगरीय प्रशासन विभाग ने अध्यक्ष को नोटिस भी जारी किया था और जवाब मांगा गया था।
अध्यक्ष पर निर्धारित संख्या के अलावा कई कर्मचारी रखने का आरोप लगाया गया और मामले में सीएमओ ने अपने प्रतिवेदन में इसकी पुष्टि करते हुए परिषद पर वित्तीय भार पड़ना बताया था। दो बार से नगर परिषद शाढ़ौरा में पीआइसी की बैठक नहीं हो पा रही है, बैठक का एजेंडा तय होता है लेकिन बाद में अचानक अपरिहार्य कारणों से बैठक को निरस्त कर दिया जाता है।
जारी किए गए वीडियो के कुछ अंश
आज 7 तारीख है सुबह के 7:50 बजे हैं। नगरवासियों ने मुझे बहुत उम्मीद से चुनकर नगर परिषद अध्यक्ष बनाया। नगर विकास के लिए मैंने बहुत प्रयास किए, ढाई साल से ऊपर हो चुके हैं। कहीं ठेकेदारों तो कहीं अधिकारियों द्वारा मुझे प्रताड़ित किया जाता है। अधिकारी न तो ठेकेदारों पर एक्शन लेते हैं, न उन पर कार्रवाई की सोचते हैं न नगर विकास के लिए सोचते हैं। मैं टूट चुका हूं ऐसी जिल्लत की जिंदगी जीने से क्या फायदा कि नगर हित में कुछ नहीं कर पाया। टेकरी सरकार के जीना का टेंडर हो गया, टेंडर खुल गया दो साल होने जा रहे हैं लेकिन अधिकारी उन पर कोई एक्शन नहीं ले रहे हैं। अधिकारी कब आ रहे हैं, कब जा रहे हैं कुछ पता नहीं। इतना टूट चुका हूं कि शर्मिंदा हूं, अधिकारियों से कुछ काम करने की कहता हूं तो सुनते नहीं हैं, सभी नगरवासियों से झमा मांगता हूं आपके लिए कुछ कर नहीं पाया, कभी भी प्राण त्याग सकता हूं, सभी को मेरा राम-राम। ये भी पढ़ें: बजट सत्र से पहले भाजपा ने नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को घेरा, जानें क्यों बोले- मैं डरने वाला नहीं… ये बोले जनप्रतिनिधि और अधिकारी
मेरा ही वीडियो है, अधिकारी कोई काम नहीं कर रहे हैं। ठेकेदार खुद मुझे धमकी देते हैं। मैं कलेक्टर को भी पत्र दे चुका हूं कि कोई विकास कार्य नहीं हो रहे हैं, अधिकारियों व ठेकेदारों की मिलीभगत है। आज की सूचना भी कलेक्टर को भिजवा दी है।
अशोक माहौर, अध्यक्ष नप शाढ़ौरा
बिना अध्यक्ष के निर्देश हम कुछ नहीं करते
बिना अध्यक्ष के निर्देश के हम कुछ करते ही नहीं हैं, हम तो उनकी पूरी बात सुन रहे हैं जो वह कह रहे हैं उसी हिसाब से चल रहे हैं। किस अधिकारी के बारे में कहा है उन्होंने इसकी जानकारी नहीं है, क्योंकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया। शमशाद पठान, सीएमओ नप शाढ़ौरा
अशोक माहौर हमारे निर्वाचित व सम्मानित अध्यक्ष
अशोक माहौर हमारे निर्वाचित व सम्मानित अध्यक्ष हैं, जिनके बदलाव का कोई प्रश्न ही नहीं उठता। मैंने इस मामले में प्रशासन से भी बात की है और अशोक माहौर से भी बात की है, यदि कोई इश्यू है तो बैठकर समाधान निकाल लेंगे।