वाड्रफनगर निवासी जानकी प्रसाद कुशवाहा बसंतपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि 2 नवंबर 2024 को उनके मोबाइल पर एक नंबर से वीडियो कॉल (Cyber crime) आया। कॉलर ने खुद को सीबीआई देहरादून का अधिकारी बताते हुए कहा कि उनका बेटा रेप केस में फंस गया है और उसे जेल भेजा जाएगा। अगर उसे बचाना है तो 50 हजार रुपए तुरंत ट्रांसफर करने होंगे।
कॉल के दौरान बैकग्राउंड में बच्चे के रोने और मारपीट की आवाज सुनाई दे रही थी, जिससे वह डर गया और आरोपी के द्वारा बताए गए खाते में दो बार में कुल 70 हजार रुपये ट्रांसफर (Cyber crime) कर दिए। मामले की शिकायत पर पुलिस ने अपराध दर्ज कर जांच शुरू की।
एसपी वैभव बेंकर के मार्गदर्शन व एएसपी विश्व दीपक त्रिपाठी के निर्देशन में विशेष टीम विवेचना के दौरान तकनीकी जांच और मैन्युअल इंटेलिजेंस की मदद से उत्तर प्रदेश के बरेली पहुंची। यहां रिजवान अहमद को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो सामने आया कि इस ठगी (Cyber crime) के मास्टरमाइंड शाकिब खान और रिफाकत हुसैन हैं, जो फर्जी पुलिस बनकर लोगों को ब्लैकमेल करते थे।
Cyber crime: सरगना समेत 3 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने मामले में शाकिब खान पिता जाहिद खान, रिफाकत हुसैन पिता लियाकत हुसैन दोनों निवासी गोटिया मोहल्ला, थाना सीबीगंज, जिला बरेली, उत्तर प्रदेश व रिजवान अहमद पिता इसरार, निवासी रहपुरा चैधरी, थाना इज्जत नगर, जिला बरेली उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार कर लिया है।
बताया जा रहा है कि गिरोह (Cyber crime) के सदस्य अलग-अलग लोगों को पहचान पत्र लेकर उनके नाम पर बैंक खाता खुलवाते थे, बाद में इन खातों का इस्तेमाल ठगी के लिए करते थे। कार्रवाई में बसंतपुर थाना प्रभारी भारद्वाज सिंह, प्रधान आरक्षक इनायत खान और आरक्षक श्रीकांत यादव शामिल रहे।
वाट्सएप वीडियो कॉल करते थे आरोपी
आरोपी व्हाट्सएप्प वीडियो कॉल (Cyber crime) के जरिए पुलिस अधिकारी बनकर लोगों को उनके संबंधियों के बारे में फर्जी आरोप लगाकर धमकाते थे और पैसों की मांग करते थे।
आरोपी शाकिब खान और रिफाकत हुसैन के खिलाफ साइबर थाना बरेली, उत्तर प्रदेश में और भी मामला दर्ज है। धारा 318(4), 338, 336, 340(2), 61 बीएनएस के तहत इनके विरूद्ध पहले से केस चल रहा है। तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।