अजमेर. शहर के दूरस्थ व पेराफेरी इलाकों की करीब दो लाख से अधिक की आबादी पिछले नौ सालों से शहर आने के लिए रेलवे क्रॉसिंग पर रोज मशक्कत कर रही है। कभी डिजाइन, कभी सियासी हालात तो कभी बजट व तकनीकी गुणा-भाग में अटकी अजमेर के तीन निर्माणाधीन रेलवे ओवर ब्रिज पूरे नहीं हे सके हैं। यह हालात 2016-17 से बरकरार हैं।शहर के तीन रेलवे ओवर ब्रिजों में गुलाबबाड़ी, सुभाष नगर व दौराई (डेयरी) के क्षेत्रवासी रोज ही रेलवे क्रॉसिंग पार करने में मशक्कत करते हैं। इन्हें प्रतिदिन फाटक बंद होन से लगे जाम से जूझना पड़ता है। हालांकि कुछ माह पूर्व सुभाष नगर व दौराई अंडरपास शुरू किए गए, लेकिन तकनीकी खामी के चलते यह भी सौ फीसदी उपयोगी नहीं हो रहे। इनकी ऊंचाई व निर्माण गुणवत्ता पर लगातार सवाल उठ रहे हैं।
प्रशासन, रेलवे व निर्माण एजेंसी में नहीं समन्वयआमजन की सुविधा से सीधे जुड़े इन निर्माण के मामलों में संबंधित विभागों में समन्वय ही नहीं है। गुलाबबाड़ी आरओबी को बिना अंडरपास जोड़ने की योजना दो-तीन साल पहले ही बनाकर रेलवे व निर्माण एजेंसी आरएसआरडीसी ने अंडरपास के लिए स्थान पर्याप्त नहीं होने के आधार पर जिला प्रशासन से एनओसी तक ले ली। विधायक अनिता भदेल द्वारा अंडरपास बनाने पर जोर देन के बाद इसे री-डिजाइन कर पुन: निविदा प्रक्रिया शुरू की गई है। जिसकी वित्तीय अनुमति मिलने के बाद अंडरपास निर्माण शुरू होगा। यही हाल दौराई में बनने वाले आरओबी का है। यहां पहले भूखंड का विवाद रहा। बाद में गलत डिजाइन का पिलर बना दिया जिसे पुन: नया बनाया जाना है।
आंकड़ों में आरओबी एलसी- 44 गुलाबबाड़ी कार्य अवधि – 28 अगस्त 2018 से 27 फरवरी 2020 लागत- 38 करोड़ वर्तमान स्थिति- सीवरेज व पानी की लाइन शिफ्टिंग जारी। इसके बाद अंडरपास निर्माण के लिए खुदाई शुरू होगी।
————————————– एलसी- 1 सुभाष नगर कार्य अवधि – 21 दिसम्बर 2021 से 13 जून 2023 लागत- 48 करोड़ वर्तमान स्थिति- रेलवे टेस्टिंग कर रही है। टेस्टिंग प्रक्रिया पूरी होने के आरओबी का काम शुरू होगा।
अंडरपास की मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। ————————————————————————- एलसी- 2 डेयरी दौराई संपर्क ब्रिजकार्य अवधि 27 नवम्बर 2016 – दिसम्बर 2017लागत- 27 करोड़वर्तमान स्थिति- पहले भूखंड विवाद था। बाद में पिलर का डिजायन गलत हो गया। इसे दोबारा बनाया जाएगा। अंडरपास से छोटे व दुपहिया वाहनों की आवाजाही जारी।इनका कहना हैनिविदा खुलने व वित्तीय स्वीकृति मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा। रेलवे के नियमों अनुसार अंडरपास बनाए गए हैं। आरओबी के नीचे लो हाईट सबवे नियमानुसार ढाई गुना चार मीटर के होते हैँ। सुभाष नगर में अंडरपास की फर्श की कमियां सुधारी जा रही हैं।चारू मित्तल
परियोजना निदेशक, आरएसआरडीसी अजमेर। —————————————————————————– पीड़ा भोगते लोग . .रोजाना शहर जाने व घर लौटने के लिए ट्रेनों का समय याद रखना पड़ता है। जिस वक्त अधिक ट्रेनों का गुजरना होता है उस दौरान समय बदल लेते हैं। पांच साल से परेशानी भुगत रहे हैं।बलवंत कौरयहां मटके बेचने आते हैं। दुकानें उजड़ गई हैं। फुटपाथ पर ग्राहक नहीं आते। वाहनों की कतार रहने से ग्राहकी ठप हो जाती है।विद्या प्रजापति