सुरक्षा को लेकर उठाई मांग
नई दिल्ली में संसद परिसर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुमन ने बताया कि उन्होंने अपनी सुरक्षा को लेकर सभापति से मुलाकात की है और स्पीकर को पत्र लिखकर सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। उनका कहना है कि उनका बयान किसी को ठेस पहुंचाने के लिए नहीं था, बल्कि यह ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित था।
करणी सेना ने किया था हमला
सुमन ने राज्यसभा में अपने बयान में कहा था कि मुगल शासक बाबर को भारत बुलाने के लिए राणा सांगा जिम्मेदार थे। उनके इस बयान के बाद करणी सेना ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और आगरा स्थित उनके आवास पर हमला कर दिया। उनके बेटे रणजीत सुमन ने आरोप लगाया कि हमलावरों ने हरिपर्वत चौराहे के पास स्थित उनके घर में घुसकर खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए। लाठी-डंडे और तलवारों से लैस हमलावरों ने घर के बाहर खड़ी कारों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। पूरे प्रकरण ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। जहां समाजवादी पार्टी अपने सांसद का समर्थन कर रही है तो वहीं करणी सेना और कई अन्य संगठनों ने इस बयान की कड़ी निंदा की है। अब देखना होगा कि इस विवाद का राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव कितना गहरा होता है।