ओबरा से लौटते वक्त इनोवा दुर्घटनाग्रस्त, ससुर और पति की मौत
जानकारी के मुताबिक व्यापारी त्रिलोकी केशरी अपने छोटे बेटे आदित्य की शादी 15 दिसंबर को ओबरा में किए थे। होली पर दुल्हन के विदाई का मुहूर्त निकला। त्रिलोकी अपनी पत्नी, बेटे सोनू के बच्चों को लेकर शुक्रवार को नेहा की विदाई कराने के लिए ओबरा पहुंचे। वहां होली खेलने के बाद बहू की विदाई कराकर त्रिलोकी केशरी परिवार के साथ इनोवा कार से वाराणसी के लिए निकले। इनोवा जब सोनभद्र-मिर्जापुर बार्डर के समीप हनुमान घाटी के समीप तेज रफ्तार कार अचानक असंतुलित हो गई। कई बार पलटते हुए जाकर पलट गई। हादसा इतना जबरदस्त था कि त्रिलोकी केशरी और उनके पुत्र ने मौके पर दम तोड़ दिया था।
BHU से घायलों को निकाल निजी अस्पताल में भर्ती किया गया
हादसे की जानकारी होते ही त्रिलोकी केशरी के परिजन मिर्जापुर पहुंचे। घायल परिजनों को लेकर बीएचयू ट्रामा सेंटर ले आए। वहां सही से इलाज न मिलता देख परिजन घायलों के लेकर खजूरी स्थित एक निजी अस्पताल ले आए। उधर, हादसे में मृत पिता-पुत्र के शव को मिर्जापुर पोस्टमार्टम हाउस ले जाया गया। इसके बाद परिजन शव को लेकर वाराणसी पहुंचे।
होली के दिन विदाई का बना मुहूर्त, ससुर और पति के लिए बना काल
आदित्य की शादी तीन महीने पूर्व ओबरा की युवती नेहा से हुई थी। शादी के बाद पहली होली मायके में खेलने के रिवाज के कारण नेहा अपने मायके में थी। आदित्य भी अपनी ससुराल गया था।होली के दिन विदाई का मुहूर्त था इसलिए त्रिलोकी केशरी अपनी पत्नी, दो बेटों सोनू, शालू की पत्नी और पौत्र, पौत्री के साथ इनोवा कार से शिवपुर से ओबरा गए थे। बेटे की ससुराल में होली पर्व मनाने के बाद देर शाम बहू की विदाई कराकर लौट रहे थे कि हादसा हो गया। हादसे में नेहा के साथ ही मंजू केशरी, पौत्री आनवी गंभीर घायल हैं।