केडी मार्ग चौड़ीकरण में शनिवार को निगम अधिकारियों ने मनसुख प्रजापत का तीन मंजिला मकान तोड़ दिया था। प्रजापत द्वारा पहले से ही अगले हिस्से को तोड़ा गया था लेकिन अधिकारियों ने ओर तोडऩे के निर्देश दिए। प्रजापत ने आरोप लगाया कि मकान नहीं तोडऩे और समय देने के लिए इंजीनियर गोपाल बोयत ने २५ हजार रुपए की मांग की। जब यह राशि नहीं दी तो मकान को तोड़ दिया गया। वहीं एक अन्य रहवासी का मकान इस तरह तोड़ा गया कि उसका पूरा मकान खराब होने की स्थिति में पहुंच गया। इसी को लेकर रहवासियों ने रात में विरोध प्रदर्शन कर धरना तक दिया था। लोगों के बढ़ते विरोध के बाद रविवार को निगमायुक्त रौशनकुमार सिंह, पीडब्लयूडी विभाग प्रभारी शिवेंद्र तिवारी सहित क्षेत्रीय पार्षद हेमंत गेहलोत पहुंचे। इन्होंने प्रभावित रहवासी से चर्चा और समझाइश दी। यहां एक टूटे मकान को दोबारा से ठीक तरह से तुड़वाया गया। प्रभावित को आश्वस्त किया किया रुपए मांगने के मामले में संबंधित इंजीनियर पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
मलबा उठाने की कार्रवाई में तेजी
चौड़ीकरण में मलबा समय से नहीं उठने की समस्या का भी निदान किया गया। लोक निर्माण विभाग प्रभारी शिवेंद्र तिवारी ने लोगों से चर्चा उपरांत अधिकारियों से जल्द से जल्द मलबा उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि उन्हें किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी। पार्षद हेमंत गेहलोत ने बताया कि जिन लोगों के साथ शनिवार को समस्या आई थी उनसे चर्चा कर निराकरण कर लिया गया है। पानी की समस्या दूर करने अतिरिक्त टैंकर लगाए गए है।
केडी गेट चौड़ीकरण में इंजीनियर पर रुपए मांगने की शिकायत रहवासी ने की है। इस पर संबंधित के खिलाफ जांच की जा रही है, दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
रौशनकुमार सिंह, निगमायुक्त