Mahesh Babu News: साउथ के सुपरस्टार महेश बाबू को ईडी (ED) ने नोटिस भेजकर 27 अप्रैल को हैदराबाद बुलाया है। उन्होंने एक्टर को हैदराबाद ED ऑफिस में हाजिर होने के लिए नोटिस किया है। ये पूरा मामला मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है। इस खबर के आने के बाद से सोशल मीडिया पर तहलका मच गया है। उनके फैंस भी परेशान हो गए हैं। आइये जानते हैं आखिर पूरा मामला क्या है…
क्या है मामला? आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बीते बुधवार को रियल एस्टेट निवेशकों के साथ कथित धोखाधड़ी से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत कई स्थानों पर छापेमारी की थी। कार्रवाई सुराना समूह और साई सूर्या डेवलपर्स के खिलाफ की गई है। छापेमारी सिकंदराबाद, जुबली हिल्स और बोवेनपल्ली में स्थित जगहों पर की गई। वहीं, इस कंपनी के महेश बाबू ब्रांड एंबेसडर थे। हालांकि, अभी तक उनके खिलाफ कोई आरोप नहीं है। यही वजह है कि हैदराबाद के रियल एस्टेट फर्म साई सूर्या डेवलपर्स और सुराना ग्रुप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एक्टर महेश बाबू को भी तलब किया गया है और 27 अप्रैल को पूछताछ के लिए बुलाया है।
लोगों ने लगाया कंपनी पर धोखाधड़ी का आरोप (Mahesh Babu Gets ED Summon In Money Laundering Case)
सूत्रों के मुताबिक, 32 साल के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने कंचरला सतीश चंद्र गुप्ता और उनकी कंपनी, हैदराबाद के वेंगल राव नगर में एक फेमस रियल एस्टेट फर्म के खिलाफ स्थानीय पुलिस में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। मधुरा नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज शिकायत के अनुसार, नक्का विष्णु वर्धन ने कई अन्य लोगों के साथ मिलकर अप्रैल 2021 में साई सूर्या डेवलपर्स के ग्रीन मीडोज वेंचर (शादनगर में 14 एकड़ जमीन) में तीन करोड़ रुपये से ज्यादा पैसों का निवेश किया था।सूत्रों के मुताबिक, परियोजना में निवेश करने वाले अन्य लोगों में डॉ. सुधाकर राव, श्रीकाकुलमा विटल महेश, राजेश, श्रीनाथ, के हरीश, कोटला शशांक, रवि कुमार, के प्रभावती, वेंकट राव और कृष्ण मोहन शामिल हैं। मामले में सुराना समूह की भी जांच की जा रही है।