पुलिस ने बताया कि फूलाबाई खेड़ा निवासी नरपतसिंह पुत्र वीरसिंह ने रिपोर्ट में बताया कि उसकी सात वर्षीय बेटी जानवी को ज्यादा खांसी होने पर उपचार के लिए गांव में स्थित मेहसाणा निवासी मंजूर हुसैन पुत्र इब्राहीम खनसिया के क्लीनिक पर ले गया था। आरोप है कि झोलाछाप ने बच्ची को एक इंजेक्शन लगाया, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई और वह बेहोश हो गई। इस पर बालिका को उपचार कराने के लिए आबूरोड़ हॉस्पिटल ले गए। जहां चिकित्सकों ने जानवी को मृत घोषित कर दिया। परिजन रात को शव स्वरूपगंज सीएचसी लेकर आए और मोर्चरी में रखवाया।
शनिवार सुबह परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने एफएसएल टीम को मौके पर बुलाया। पुलिस ने नीम हकीम के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। सीएचसी में काफी संख्या में ग्रामीण भी एकत्रित हो गए। इस दौरान बीसीएमएचओ डॉ. भूपेंद्र प्रताप सिंह, थाना प्रभारी कमलसिंह, हैड कांस्टेबल लक्ष्मण, सरपंच विपेश गरासिया मौके पर मौजूद रहे।
आमजन के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे झोलाछाप
क्षेत्र में नीम हकीमों का जाल फैला हुआ है। कई जगह अवैध क्लीनिक खोलकर आमजन के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। काछोली के ग्रामीणों ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के तमाम दावों के बाद भी झोलाछाप का धंधा बंद नहीं हो रहा है। बच्ची की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। जानकारी में होने के बाद भी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कार्रवाई नहीं कर रहे। डिप्टी सीएमएचओ एस.पी. शर्मा सिरोही का कहना है कि सीएमएचओ के निर्देशानुसार बालिका की मौत के मामले में झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई करने के बीसीएमएचओ को निर्देश दिए हैं। सीएमएचओ के निर्देश पर टीम गठित कर जिलेभर में नीम हकीमों व झोलाछापों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
थानाधिकारी स्वरूपगंज कमल सिंह राठौड़ का कहना है कि परिजनों की रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज किया गया है। पोस्टमार्टम करवा कर बालिका का शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया। ब्लॉक सीएमएचओ द्वारा कार्रवाई कर क्लीनिक को सीज किया है एवं दवाइयां व उपकरणों को भी सीज कर दिया।