खाटूश्यामजी मंदिर को फिर मिलेगा नया लुक, मंदिर को बनाया जाएगा भूकंपरोधी
बता दें कि यह यात्रा 665 किलोमीटर की है। इस यात्रा में उनके साथ 8 लोग हैं। इसमें से 2 बच्चे व 3 महिलाओं सहित 1 बालिका व 4 पुरुष हैं। ये सभी शहर के बड़ी ग्वालटोली के निवासी हैं। यात्रा की शुरुआत ग्वाल चौक श्री सांवरिया धाम मंदिर गवली धर्मशाला से की, जो खजराना के गणेश मंदिर होते हुए उज्जैन -कोटा सड़क मार्ग के रास्ते जयपुर पहुंचेगी। वहां से आगे रिंगज होते हुए खाटूधाम पहुंचेगी। ये निशान यात्रा प्रदीप यादव की स्मृति में निकाली जाती है।
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बताया जाता है कि प्रदीप घर से खाटू श्याम जाने का कहकर गया था, लेकिन वह खाटू धाम नहीं पहुंच सका। अचानक से दिल का दौरान पड़ने से उसकी मौत हो गई। इसके बाद घर के सबसे छोटे चाचा ने प्रण लिया कि उनकी इस अधूरी कामना को वे पूरा करेंगे। इसके चलते उन्होंने पिछले साल अपने बड़े भाई के साथ यात्रा की। अब वे इस साल भी अपने बड़े भाई के साथ इस यात्रा पर निकले हैं। इसमें वे शहर की खुशहाली के लिए भी कामना करेगें। साथ ही स्वच्छता का संदेश देते हुए थाली कटोरी का उपयोग करेंगे। साथ ही वे पॉलीथिन का उपयोग बिल्कुल भी नहीं करेंगे।