नोटिस पर नोटिस, जवाब का इंतज़ार
इस मामले की शुरुआत 5 दिसंबर 2023 को हुई, जब एसडीएम ने सांसद को पहला नोटिस जारी किया और 12 दिसंबर तक जवाब देने को कहा। लेकिन सांसद की ओर से समय मांगा गया। इसके बाद क्रमशः 14 दिसंबर, 28 दिसंबर, और फिर जनवरी 2024 में कई बार नोटिस भेजे गए और समयसीमा बढ़ाई जाती रही।
वकीलों की पेशी और समय की मांग
30 जनवरी को सांसद के वकील कासिम जमाल और नईम एडवोकेट एसडीएम के सामने पेश हुए। इसके बाद भी 4 फरवरी और 10 फरवरी तक की मोहलत दी गई। जब उस दिन भी जवाब नहीं दिया गया, तो एसडीएम ने 500 रुपये का जुर्माना लगाया और 17 फरवरी की तारीख तय की।
लगातार मोहलत और नई तारीखें
17 फरवरी की सुनवाई भी नहीं हो सकी और इसे 25 फरवरी, फिर 5 मार्च, और अंत में 18 मार्च तक बढ़ाया गया। लेकिन तय समय में जवाब दाखिल नहीं किया गया। इसके बाद एसडीएम ने 22 मार्च की तारीख नियत की, लेकिन वह भी टल गई। अब सुनवाई की बारी
5 अप्रैल को संपूर्ण समाधान दिवस की व्यस्तता के कारण 15 अप्रैल की तारीख तय की गई है। अब देखना होगा कि इस बार सांसद की ओर से जवाब दाखिल किया जाता है या फिर एक बार फिर से समय की मांग की जाएगी।