हालांकि, पन्ना टाइगर रिजर्व से आई टीम उसके इलाज में जुटी थी। बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार को उसे ट्रेंकुलाइजर गन से इंजेक्शन लगाया गया था। इंजेक्शन लगने के बाद बाघ घायल अवस्था में इलाज के बाद पोखर में भरे पानी में चला गया। पन्ना टाइगर रिजर्व से आए एक्सपर्ट डॉ संजीव गुप्ता की देखरेख में उसका इलाज किया जा रहा था।
टेरेटरी को लेकर हुआ था संघर्ष

हालांकि, दोनों बाघों की लड़ाई में एन- 3 भी घायल हुआ है। दोनों में टेरेटरी को लेकर संघर्ष हुआ था। बाघ एन- 3 जंगल में ही है। नौरादेही अभ्यारण वन अमले को गश्त के दौरान बाघ एन- 2 मृत हालात में मिला। मौके पर सभी अधिकारी पहुंचे। जिसके बाद पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार किया गया। फिलहाल पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही उसकी मौत की पुष्टि हो पाएगी। वहीं, बाघ की मौत के बाद वन विभाग में हडकंप मच गया है।