ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि ममता बनर्जी की सरकार की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। हिन्दुओं पर पश्चिम बंगाल में अत्याचार हो रहे हैं, महिलाएं सुरक्षित नहीं है, हिन्दुओं का पलायन हो रहा है। शिवरों में हिन्दुओं का शरणार्थी बनकर रहना देश के लिए शर्म की बात है। बंगाल में तानाशाही शासन हैं, जिनके संरक्षण में हिन्दुओं को मारा जा रहा है, कई लोगों के घर उजड़ गए हैं। सरकार के कान पर जू भी रेंग रहे हैं, जिससे पूरा हिन्दू समाज आहात है। इसके बाद हिन्दू संगठनों के सदस्यों ने ममता बनर्जी का पुतला दहन किया। हरकिशन सेन ने कहा कि केन्द्र सरकार को लोगों के हित में तत्काल निर्णय लेना चाहिए और सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए। ज्ञापन सौंपने वालों में मेहताब सिंह, योगेन्द्र सिंह, चित्तर सिंह, संदीप जोशी, सतेन्द्र जोशी, गोवर्धन कुशवाहा, प्रदीप ठाकुर, सुधीर कुमार सेन सहित अन्य शामिल रहे।
गोचर भूमि मुक्त करने भी सौंपा ज्ञापन
हिन्दू संगठनों ने इस दौरान गोचर भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए भी ज्ञापन सौंपा। जिसमें उल्लेख किया गया है कि अधिकारियों को कई बार ज्ञापन दे चुके हैं, सरकार के तमाम जिम्मेदार अधिकारियों को ज्ञापन सौंप चुके हैं लेकिन कार्रवाई नहीं की गई है। इसलिए अधिकारियों को अब साड़ी, ब्लाउज गिफ्ट में देगें।
गांव में बनाई जा रही अवैध रूप से शराब
खिमलासा थाना क्षेत्र के अंतर्गत कई गांव में अवैध रूप से महुआ से शराब बनाई जा रही है। जिसमें बेसरम, तंबाकू का उपयोग किया जा रहा है। जिसे पीने से लोगों की मौत हो रही है। लेकिन प्रशासन हाथ पर हाथ रखे हुए बैठा है। इसके बाद हिन्दू संगठन के लोग जिनके यहां से शराब लेकर आए उनका नाम शराब की पैकेट पर लिखा और शराब को सौंपा।