होल्ड की गई राशि मिल पाएगी जिन ये वे लोग हैं जिन्होंने धोखा होते ही कुछ ही समय में पुलिस की मदद ले ली थी। इन लोगों ने जैसे ही इनके साथ सायबर फ्रॉड हुआ तो इन्होंने तुरंत ही सायबर सेल और राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर पर सूचना दी जिससे उनके साथ फ्रॉड हुई राशि को समय पर होल्ड करवाया जा सका था। हालांकि जितनी राशि फ्रॉड हुई उतनी पूरी नहीं है किंतु जितनी होल्ड पर डाली गई वह राशि इन्हें मिलेगी।
समय पर सूचना तो बच जाएगी राशि सायबर फ्रॉड के शिकार लोगों के लिए यह जरूरी है कि वे धोखाधड़ी होते ही सायबर सेल को सूचना दे। इसका नियम भी है कि धोखाधड़ी होने के बाद जैसे ही राशि खाते से ट्रांसफर हो जाए तो राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर सकते हैं या फिर स्थानीय सायबर सेल को सूचना दे सकते हैं। यदि ठगी गई राशि दूसरे या तीसरे खाते में ट्रांसफर नहीं होती है तो उसे होल्ड कर सकते हैं।
टेलीग्राम के जरिये दिया था लालच सायबर ठगों के शिकार हुए लोगों में से ज्यादातर को टेलीग्राम एप पर आई लिंक से ठगा गया है। किसी को उच्च कॉलेज में नौकरी लगाने के नाम पर तो किसी को दूसरे बड़े संस्थान में नौकरी दिलाने के नाम पर वैकेंसी के जरिये चपत लगाई गई है। कुछ को इन्वेस्ट करने के नाम पर भी ठगा गया।
ज्यादातर की कुछ राशि ठगी का शिकार हुए जिन 15 पीडि़तों की राशि लौटाने की तैयारी की गई है उनमें से ज्यादातर को उनके खाते से गई राशि में से किसी को 50 फीसदी तो किसी को 40 फीसदी राशि मिल पा रही है। कुछ ऐसे भी हैं जिनकी ठगी गई राशि पूरी होल्ड होने पर अब उन्हें यह पूरी राशि ही मिलने जा रही है।
पीडि़तों की मदद में त्वरित कार्रवाई पीडि़तों के साथ जैसे ही यह फ्रॉड होता है वे समय पर हमारी सायबर सेल को सूचना दे देते हैं तो उनकी त्वरित मदद करने में हम लगातार लगे हुए हैं। जिन लोगों की राशि कोर्ट के जरिये वापस करने की प्रक्रिया कराई जा रही है वे ऐसे ही लोग हैं जिन्होंने समय पर सूचना दी और उनकी फ्रॉड हुई राशि को होल्ड करवा दिया था। हमारा प्रयास रहता है कि सभी की मदद करे।
अमित कुमार, एसपी, रतलाम