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Ayushman Card: आयुष्मान कार्ड बनाने में प्रदेश में कोरिया अव्वल, 2.61 लाख सदस्यों को मिल चूका लाभ खाद्य विभाग के अफसर सचिवों के सहयोग से अभियान चलाकर मृत व्यक्तियों का नाम विलोपित करने का दावा कर रहे, लेकिन तकरीबन 22 दिनों से सचिव हड़ताल पर हैं। वे ग्राम पंचायत से जुड़े कोई भी कार्य नहीं कर रहे। ऐसे में साफ है कि खाद्य विभाग के अफसर जिला प्रशासन व उच्च अधिकारियों को गलत जानकारी देकर अपनी गलती छिपा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग की माने तो उन्हें 70 प्लस उम्र वालों का नया आयुष्मान कार्ड बनाना है। इसके अलावा जिन्होंने नया राशन कार्ड बनवाने वाले परिवार का भी नया आयुष्मान कार्ड बनाना है। ऐसे लोगों की उन्हें सूची मिली हुई, लेकिन जब स्वास्थ्य विभाग की टीम उन लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाने पहुंच रही है, तो इनमें से कई लोग मृत मिल रहे हैं। उनके द्वारा जब पंचायत से सत्यापित सूची मंगवाई गई, तो 8 हजार से अधिक लोग स्वर्गवासी हो चुके हैं, लेकिन उनका नाम राशन कार्ड में जुड़ा हुआ है। ऐसे में साफ है कि उन्हें अब भी राशन जारी हो रहा है। प्रदेश स्तर से जो आंकड़ा स्थानीय स्वास्थ्य विभाग को मिला है, वह खाद्य विभाग से लिया गया है।
राशन कार्ड में नाम जुड़वाने व विलोपित करने की प्रक्रिया सतत् चलने वाली है। समय-समय पर ग्राम पंचायत और नगरीय निकाय के प्रस्ताव के आधार पर राशन कार्ड से नाम विलोपित करने व नए सदस्यों का नाम जोड़ने का कार्य चलता है। जिलेभर में मृत व्यक्तियों का नाम राशन कार्ड से विलोपित करने पिछले दिनों अभियान भी चलाया गया था।
-रविंद सोनी, जिला खाद्य अधिकारी सचिवों की हड़ताल का भी असर ग्राम पंचायत में जनता से जुड़कर कार्य करने वाले सचिव पिछले 22 दिनों से अपनी मांग को लेकर हड़ताल पर चल रहे हैं। इस वजह से भी गांवों में मृत व्यक्तियों की सूची नहीं आ पा रही है। हालांकि खाद्य विभाग ऐसे लोगों का नाम पहले ही विलोपित करने का दावा कर रहा है। जबकि ये एक भी कार्य नहीं कर रहे हैं। इस हिसाब से हर माह खाद्यान्न जारी हो रहा।