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CG Fraud: स्वास्थ्य विभाग में नौकरी का झांसा, 3 लाख की कर दी ठगी संपूर्ण विश्व में जलवायु परिवर्तन के कारण वैश्विक तापमान में औसत रूप में वृद्धि हुई है, जिसके कारण प्रदेश के साथ हमारे जिले में भी
भीषण गर्मी पड़ रही। आने वाले दिनों में लू चलने की संभावना है। लू के अलावा इस मौसम में अन्य जलजनित बीमारियां होने की भी संभावना बढ़ जाती है। उपचार के लिए पूर्व से तैयारी करेंगे।
लक्षण ऐसे होंगे लू लगने का प्रमुख कारण तेज धूप और गर्मी में ज्यादा देर तक रहने के कारण शरीर में पानी और लवण मुख्यत नमक की कमी हो जाना होता है। बचाव के लिए बहुत जरूरी न हो तो घर से बाहर न जाए, घर से बाहर जाना ही हो तो, खाली पेट न जाए, धूप में निकलने से पहले सर व कान को मुलायम कपड़ों में अच्छी तरह से बांध ले तथा आंख में भी चश्मा लगा लें। फल का जूस, दही, लस्सी, मठा, आदि का सेवन करें।
जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नेतराम नवरतन ने बताया कि सिर में भारीपन एवं दर्द होना, तेज बुखार के साथ मुंह सुखाना, चक्कर व उल्टियां होना, कमजोरी के साथ शरीर में अत्यधिक दर्द होना, पसीना नहीं आना, अधिक प्यास लगना लेकिन पेशाब का कम होना, भूख कम लगना, घबराहट लगाना, बेचौनी होना, बेहोश हो जाना आदि सब लू के लक्षण हैं।