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Rain Alert: बारिश का येलो अलर्ट जारी, कुछ ही देर में रायपुर समेत इन जिलों में पड़ेगी बौछारें राजधानी के रेलवे स्टेशन पर ऐसी कोई घटना हो जाने पर व्यवस्था का बुरा हाल है। हर दिन 50 हजार यात्री आना-जाना करते हैं। 115 ट्रेनों की आवाजाही में बुजुर्गों की संया भी कम नहीं होती है। इतने बड़े स्टेशन पर कब किस तरह की घटना हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता है। कई घटनाएं हो जाने पर
रेलवे प्रशासन ने यह तय किया था कि अब एक 108 एबुलेंस का संचालन रेलवे स्टेशन से होगा।
इसके लिए वीआईपी गेट के पास स्टैंड भी तय किया गया गया। हैरानी कि उस एबुलेंस का कोई पता नहीं है। ऐसी लापरवाही हजारों यात्रियों के साथ खिलवाड़ है। जिस पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है। कुछ महीनों पूर्व पत्रिका ने इस आशय की खबर प्रकाशित की थी, जिसके बाद कुछ समय तक एबुलेंस को स्टेशन पर रखा भी गया था।
सूचना मिलते देखरेख में लगे स्टेशन प्रबंधक: हालांकि सूचना मिलने पर स्टेशन प्रबंधन अमर फुटाने तुरंत पहुंचे और घायल बुजुर्ग यात्रियों के इलाज की व्यवस्था बनाने में लगे। फर्स्ट एड बॉक्स से दवा दी गई और मलहम लगाया। फिर भी खून बंद नहीं हो रहा था। बैट्री कार नेहरूलाल यादव चला रहे थे। बताया गया कि अचानक बैट्री कार की स्टेयरिंग फैल हो गई थी। इस वजह से घटना हुई।
स्टेशन प्रबंधन ने फिर भेजा पत्र स्टेशन में इससे पहले बड़ी घटना होने पर रेलवे प्रशासन ने 108 एबुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित की था। कुछ दिनों बाद एबुलेंस स्टॉफ ने दोपहर में भोजन और थोड़ा विश्राम के लिए रेलवे प्रशासन से एक रिटायरिंग रूम की मांग की, लेकिन यह सुविधा उसे नहीं मिली तो फिर वह आना बंद कर दिया। अब एक बार फिर स्टेशन प्रबंधन ने 108 एबुलेंस संचालन समिति को पत्र भेजा है। क्योंकि यह सुविधा भारत सरकार के अंतर्गत आती है।