RTE Admission 2025: आवेदन की प्रक्रिया 1 मार्च से शुरू
विदित हो कि जब से शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू हुआ है शिक्षा विभाग आवेदन लेने व स्क्रुटनी के बाद लॉटरी करने में पूरा जून निकल जाता था। इसके कारण
ग्रीष्म अवकाश के पूर्व अप्रैल में होने वाला अध्यापन व जून में होने वाले अध्यापन से पिछड़ जाते थे। इस बार ऐसा नहीं होगा। आरटीई के पोर्टल में निर्धारित प्रक्रिया और विभाग में चल रही कार्रवाई के अनुसार आरटीई में आवेदन की प्रक्रिया 1 मार्च से शुरू कर दी गई है।
30 मार्च तक आवेदन लेने के बाद ग्रीष्म अवकाश के बीच 1 व 2 मई को लॉटरी निकाली जाएगी और इसमें चयनित छात्रों को 5 मई को संबंधित प्रायवेट स्कूलो में प्रवेश दिला जाएगा, ताकि ग्रीष्मकालीन अवकाश में स्कूल द्वारा उपलब्ध कराने वाले नोट को बच्चे ग्रीष्मकालीन अवकाश में पूरा कर सके और फिर 15 जून से शुरू होने वाले सत्र में अन्य सामान्य बच्चों के साथ ही साथ अध्यापन कर सके।
कोर्स को पूरा करने की मजबूरी
RTE Admission 2025: हालांकि दूसरे चरण में प्रवेशित छात्रों के सामने यह समस्या इस बार भी बरकरार रहेेगी। दूसरे चरण में आवेदन की प्रक्रिया ग्रीष्मकालीन अवकाश समाप्त होने के बाद 20 जून से आवेदन लिया जाएगा और 14 जुलाई को लॉटरी करने के बाद 18 जुलाई को चयनित स्कूलों में प्रवेश दिलाया जाएगा। इन बच्चों को चालू सत्र में चल रहे अध्यापन के साथ ही साथ ग्रीष्मकालीन अवकाश के पूर्व कराए गए कोर्स को पूरा करने की मजबूरी रहेगी। 30 स्कूलों का नाम अब भी नहीं
कुछ दिनों पूर्व शिक्षा विभाग ने आरटीई के पोर्टल में पंजीयन न करने वाले 30 स्कूलों को नोटिस जारी किया था। उक्त स्कूलों का पंजीयन अभी तक नहीं हुआ है जिसके कारण उक्त स्कूलों का नाम पोर्टल में नहीं दिख रहा है और पालक आवेदन नहीं कर पा रहे हैं।
249 स्कूलाें में 1978 सीट
पोर्टल में अब तक पंजीकृत स्कूलों के आकड़ों पर गौर किया जाए तो पूरे जिले में 249 प्रायवेट स्कूलों के नाम है जहां संबंधित क्षेत्र के कमजोर वर्ग के पालक आवेदन कर सकते हैं इन स्कूलों में 1978 सीटों में आरटीई के तहत प्रवेश की प्रक्रिया होनी है।
जहां आवेदन ज्यादा वहां होगी लॉटरी
विदित हो कि हर बार उक्त प्रायवेट स्कूलों में आरक्षित सीटों पर आने वाले आवेदनों की संख्या के आधार पर लॉटरी तय होती है। आरक्षित सीट से कम आवेदन वाले स्कूलों में सीधे प्रवेश मिल जाता है तो वहीं आरक्षित सीट से अधिक संख्या में आवेदन आने वाले स्कूलों के लिए लॉटरी की प्रक्रिया की जाती है।
करीब सप्ताह भर तक बाधित रहा पोर्टल
पोर्टल में दर्ज प्रायवेट स्कूलों की जानकारी में गलतियों को सुधारने के लिए पोर्टल में आवेदन की प्रक्रिया कुछ दिनों तक बंद कर दी गई थी। इसके कारण पोर्टल खोलते ही मैसेज दिख रहा था। करीब सप्ताह भर तक आवेदन की प्रक्रिया बंद रहने के बाद फिर से पोर्टल में आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। व्हीके वेंकट राव, डीईओ रायगढ़: कुछ तकनीकी समस्या पोर्टल में थी, लेकिन इसे दूर कर लिया गया है। आवेदन की प्रक्रिया 30 मार्च तक होगी। मई में चयनित बच्चों का दाखिला करा दिया जाएगा।