पहले राष्ट्रगान रुकवाया फिर कहा पहले घूमकर आते हैं
उद्घाटन समारोह में राष्ट्रगान शुरू होते ही नीतीश कुमार ने पहले इसे रुकवाया और कहा कि वह पहले घूमकर आते हैं। इसके बाद जब राष्ट्रगान दोबारा शुरू हुआ, तो वह अभिवादन करते रहे और फिर बीच में हंसने लगे। उनके बगल में खड़े आईएएस अधिकारी और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार उन्हें समझाते नजर आए, लेकिन नीतीश कुछ देर तक हंसते और बात करते रहे। वीडियो में उनकी यह हरकत साफ दिखाई दे रही है, जिसे देखकर लोग हैरानी जता रहे हैं कि आखिर मुख्यमंत्री को क्या हो गया है।
लालू प्रसाद यादव का तंज
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने इस घटना पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “राष्ट्र का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान। बिहारवासियों, अब भी कुछ बचा है?” लालू का यह बयान नीतीश के व्यवहार को राष्ट्रगान के प्रति असम्मान के रूप में पेश करता है और बिहार की जनता से सवाल करता है कि क्या वे ऐसे नेतृत्व को स्वीकार करेंगे। तेजस्वी यादव की तीखी प्रतिक्रिया
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी नीतीश कुमार की इस हरकत की जमकर आलोचना की। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, “कम से कम कृपया राष्ट्रगान का तो अपमान मत करिए माननीय मुख्यमंत्री जी। युवा, छात्र, महिला और बुजुर्गों को तो आप प्रतिदिन अपमानित करते ही हैं। कभी महात्मा गांधी जी के शहादत दिवस पर ताली बजा कर उनकी शहादत का मखौल उड़ाते हैं, तो कभी राष्ट्रगान का।” तेजस्वी ने नीतीश की मानसिक स्थिरता पर सवाल उठाते हुए उनके पिछले व्यवहारों का भी जिक्र किया, जैसे गांधी जी की पुण्यतिथि पर ताली बजाना, जिसे उन्होंने असम्मानजनक बताया।
पहले भी विवादों में रहे हैं नीतीश
नीतीश कुमार का यह कोई पहला वाकया नहीं है। इससे पहले भी उनकी कई अजीब हरकतें कैमरे में कैद हुई हैं। हाल ही में विधानसभा में बजट सत्र के दौरान वित्त मंत्री सम्राट चौधरी बजट पेश कर रहे थे, तब नीतीश अपने भतीजे तेजस्वी यादव से इशारों में बात करते और मुस्कुराते नजर आए थे। इसके अलावा, पीएम मोदी के बिहार दौरे के दौरान मंच पर उन्हें प्रणाम करना और अन्य मौकों पर असामान्य व्यवहार करना भी चर्चा में रहा है। ये घटनाएं उनके आलोचकों को यह कहने का मौका देती हैं कि उनकी मानसिक और शारीरिक स्थिति ठीक नहीं है।
जनता और सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो को लेकर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ यूजर्स ने लिखा, “नीतीश जी को अब आराम करना चाहिए, उनकी हालत देखकर लगता है कि वे दबाव नहीं झेल पा रहे।” वहीं, कुछ ने इसे हल्के में लेते हुए कहा, “यह नीतीश जी का स्टाइल है।” लेकिन ज्यादातर लोग राष्ट्रगान के दौरान इस व्यवहार को अस्वीकार्य मान रहे हैं और इसे सम्मान का उल्लंघन बता रहे हैं।