CG Electricity News: एसी के टेमपरेचर की देंगे जानकारी
गर्मी बढ़ने के साथ शहर हो या गांव सभी जगह विद्युत लोड बढ़ रहा है। इससे कभी ट्रिपिंग तो कभी केबल गर्म होने से आग लग जा रही है। इससे विभाग को तो नुकसान हो ही रहा है। साथ ही
उपभोक्ताओं को भी परेशान होना पड़ रहा है। इसका मुख्य कारण हर साल विद्युत उपकरणों की बढ़ रही संख्या को बताया जा रहा है। माना जा रहा है कि उपभोक्ता अपनी सुविधा के अनुसार उपकरण तो बढ़ा रहे हैं, लेकिन इसकी जानकारी विभाग को नहीं दे रहे हैं।
इससे विभाग द्वारा लगाए गए केबल पर अधिक लोड पड़ रहा है। इसको देखते हुए अब विद्युत विभाग द्वारा एक टीम गठित कर रही है। यह टीम शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में
उपभोक्ताओं के यहां पहुंच कर जांच करेगी कि उक्त उपभोक्ता कितने वॉट का कनेक्शन लिए हैं और प्रतिदिन कितना विद्युत खपत कितना कर रहे हैं। उसके हिसाब से उसका वॉट बढ़ाया जाएगा। ज्यादा पावर का ट्रांसफार्मर व केबल को बदली की जाएगी, ताकि ट्रिपिंग व आग लगने की समस्या से राहत मिल सके।
एसी से बढ़ रही खपत
गर्मी को देखते हुए हर साल लोगों के घरों में 15 से 20 प्रतिशत नई एसी लग रही है, लेकिन उपभोक्ता इसकी जानकारी बिजली विभाग को नहीं दे रहे है। ऐसे में पुराने तार होने के कारण लोड बढ़ते ही आग लगने की समस्या आ रही है। अगर एसी लगाने की जानकारी विभाग को पहले दी जाती तो बढ़ रहे लोड के हिसाब से केबल की भी बदली की जाती, जिससे इस तरह की समस्या से राहत मिलती। इसके साथ ही इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों कहीं धान फसल तो कहीं बागवानी फसल लगे हुए हैं, जिससे गर्मी अधिक होने के कारण इन क्षेत्रों में दिन-रात बोर चल रहे हैं। इससे जमीन का वाटर लेबल तो कम हो ही रहा है। साथ ही बिजली की खपत भी अधिक हो रहा है। देखा जाए तो जनवरी की अपेक्षा अप्रैल माह में करीब 27 प्रतिशत अधिक बिजली खपत हो गई है। इससे प्रतिदिन जिले में 378 मेगावाट बिजली की खपत हो रही है।
बिजली विभाग ईई बीआर साहू लोड अधिक होने पर आगजनी व ट्रिपिंग की समस्या आ रही है। इसकी जांच के लिए टीम गठित की जाएगी। खपत बढ़ाने की जानकारी यदि विभाग को उपभोक्ता देते हैं तो पहले से ही इसकी तैयारी विभाग की ओर से की जाएगी।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि जैसे-जैसे गर्मी बढ़ता है वैसे-वैसे उपभोक्ता एसी के तापमान को कम कर देते हैं। इससे बिजली की खपत ज्यादा होने से इसका असर ट्रांसफार्मर व वहां पर लगे केबल पर पड़ता है। ऐसे में अब बिजली विभाग की टीम उपभोक्ताओं के वॉट की जांच के साथ एसी को 24 से 25 टेंपरेचर में चलाने की नसीहत दी जाएगी, ताकि ट्रिपिंग व अन्य समस्या से राहत मिल सके।