“विश्व स्वास्थ्य दिवस की यह थीम हमें हमारे नैतिक और सामाजिक उत्तरदायित्व की याद दिलाती है। प्रत्येक नवजात को जीवन का अधिकार है, और हमें सुनिश्चित करना होगा कि उसे सुरक्षित और स्वस्थ शुरुआत मिले।”
नवजात मृत्यु दर: राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य
भारत में नवजात मृत्यु दर (NMR) वर्ष 2023 में 16.8 प्रति 1,000 जीवित जन्म रही, जो कि वैश्विक औसत से अब भी अधिक है। नवजात मृत्यु के प्रमुख कारणों में समय से पहले जन्म, संक्रमण और जन्म के समय श्वास की रुकावट शामिल हैं। इन स्थितियों का समय पर निदान और प्रभावी प्रबंधन मृत्यु दर को काफी हद तक घटा सकता है।हर महिला को गुणवत्तापूर्ण गर्भावस्था और प्रसव सेवाएं मिलें।
हर नवजात को सुरक्षित शुरुआत मिले।
स्वास्थ्य सेवाएं मानवाधिकार के रूप में सबके लिए सुलभ हों।
सरकारें, संस्थाएं और समाज मिलकर जिम्मेदारी निभाएं।
विश्व स्वास्थ्य दिवस 2025 की थीम केवल एक जागरूकता संदेश नहीं है, बल्कि एक वैश्विक अपील है— नवजात और मातृ स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की।
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज जैसे संस्थान इस दिशा में रोल मॉडल बनकर उभर रहे हैं। प्रोफेसर डॉ. अनुभा श्रीवास्तव और उनकी टीम यह सिद्ध कर रही है कि सामर्थ्य, समर्पण और सिस्टम की शक्ति से हर नवजात को जीवनदान और हर माँ को सुरक्षा दी जा सकती है।