कैसे हुआ हादसा? जानकारी के मुताबिक, गांव निवासी अशोक कुमार का परिवार खाना खाने के बाद एक कमरे में सो रहा था। उसी कमरे में गैस सिलेंडर रखा था, जिससे देर रात गैस का रिसाव शुरू हो गया। धीरे-धीरे गैस कमरे में भरती गई और लगभग दो बजे अचानक जोरदार धमाका हुआ।
धमाके के बाद कमरे में आग लग गई और अशोक के साथ उनकी पत्नी रेनू, बेटे सनी, रवि और किशन बुरी तरह झुलस गए। विस्फोट की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि कमरे की पक्की दीवार दो तरफ से ढह गई।
दीवार गिरी, पड़ोसी कमरा भी चपेट में आया धमाके से गिरी दीवार की वजह से बगल के कमरे में सो रहे अशोक के भाई विजय की पत्नी गीता, उनकी बेटियां प्रिया और रियांशी भी आग की चपेट में आ गईं। इस तरह कुल आठ लोग गंभीर रूप से झुलस गए।
इलाज के लिए प्रयागराज किया गया रेफर रात में ही सभी घायलों को पहले सांगीपुर सीएचसी ले जाया गया, जहां से हालत गंभीर देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया। बाद में बेहतर इलाज के लिए सभी को प्रयागराज भेजा गया। कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है।
बड़ी अनहोनी से बचा गांव गनीमत रही कि गैस सिलेंडर में विस्फोट नहीं हुआ, वरना हादसा और भी भयानक हो सकता था। मौके पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड ने स्थिति पर काबू पाया।