वक्फ कानून सिर्फ बहाना, असली मकसद काफिरों पर हमला: राजा भैया
राजा भैया ने लिखा कि “यह कहना कि वक्फ कानून के विरोध में यह हिंसा हुई, पूरी तरह गलत है। जिन लोगों पर हमला हुआ, उनके घर जलाए गए, दुकानें लूटी गईं, वे न तो किसी आंदोलन में शामिल थे न ही उन्हें वक्फ कानून की जानकारी रही होगी। फिर उन्हें क्यों निशाना बनाया गया?” उन्होंने इस हिंसा को सुनियोजित करार दिया और कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के एक वर्ग द्वारा बिना किसी उकसावे के यह हमला किया गया।
संविधान में ‘वक्फ’ शब्द की मौजूदगी पर उठाए सवाल
राजा भैया ने अपने पोस्ट में यह भी कहा कि हिंदू समुदाय अब कितनी बार, और कहां तक भागेगा? बांग्लादेश से भागकर लोग भारत आए थे यह सोचकर कि यहां सुरक्षित रहेंगे। लेकिन अब जब भारत में ही हमला हो रहा है तो वे जाएं तो कहां जाएं?” राजा भैया ने आगे कहा कि “संविधान निर्माता बाबा साहब आंबेडकर के संविधान में ‘वक्फ’ शब्द कहीं भी नहीं था। आज इसे लेकर देशभर में जो हिंसा हो रही है, वह पूरी तरह असंवैधानिक है।” उन्होंने इस पूरे मुद्दे पर दलित और पिछड़े वर्ग के नेताओं की चुप्पी पर भी सवाल उठाया और कहा कि जिन्हें सबसे पहले आवाज उठानी चाहिए थी, वे भी खामोश हैं।