सुख, समृद्धि, खुशहाली, शांति एवं निरोगी काया की कामना
इस अवसर पर मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि लोकआस्था के महापर्व छठ पूजा की अलौकिक परंपरा निभाने की संस्कृति सदियों से चली आ रही है। छठ महापर्व प्रकृति, कृतज्ञता, सामाजिक तथा पारिवारिक एकता का प्रतीक है। मैं इस अवसर पर समस्त राज्यवासियों को छठ महापर्व की हार्दिक बधाई एवं अशेष शुभकामनाएं देता हूं। छठी मईया एवं भगवान सूर्य देव से प्रार्थना है कि समस्त झारखंडवासियों के कल्याण के साथ-साथ सुख, समृद्धि, खुशहाली, शांति एवं निरोगी काया प्रदान करें।
घरों में गूंज रहे छठ के गीत
छठ को लेकर राजधानी रांची समेत पूरे झारखंड के घर-घर में छठ के गीत गूंज रहे हैं। “ केलवा जे फरेला घवद से, ओह पर सुगा मेड़राय, आदित लिहो मोर अरगिया., दरस देखाव ए दीनानाथ., उगी है सुरुजदेव., हे छठी मइया तोहर महिमा अपार., कांच ही बास के बहंगिया बहंगी लचकत जाय….. , गीत सुनने को मिल रहे हैं।”