यह था मामला
पुलिस ने पीआईटी एनडीपीएस एक्ट के तहत नीमच कैंट थाना अंतर्गत खारीकुओ के समीप इमामबाड़े निवासी 41 वर्षीय मुमताज हुसैन, जीरन थाना अंतर्गत हरकियाखाल निवासी 35 वर्षीय हुसैन मंसूरी, मोया निवासी रईस पिंजारा 45 के खिलाफ कार्रवाई की थी, वहींं कुकडेश्वर थाना क्षेत्र के बंगरेड़ खेड़ा निवासी 27 वर्षीय गोपाल और जवाद थाना क्षेत्र के बांगरेड खेड़ा निवासी गोपाल के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जेल भेजा था। इस एक्ट के तहत आरोपी को छह साल तक जमानत नहीं मिलती है। ऐसे में अगर पीआईटी एनडीपीएस एक्ट 1988 के तहत गिरफ्तार आरोपियों का प्रस्ताव आता है और उसे स्वीकार कर लिया जाता है तो आरोपी को छह माह तक जमानत मिलना मुश्किल था। एनडीपीएस के तहत उपरोक्त चार आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट के अनुसार, चारों आरोपियों को छह महीने के लिए केंद्रीय कारा, इंदौर में निवारक हिरासत में रखा गया था।
हाईवे पर होटल व ढाबे से हो रही तस्करी
सूत्रों की माने तो हाईवे स्थित कई होटल व ढ़ाबे मादक पदार्थ तस्करी में लिप्त है। जिसमें सकराना घाटी के पास स्थित ढाबे व होटल तथा हर्कियाखाल स्थित एक ढाबे पर जोरों से तस्करी हो रही है। इनके पास बाइक के मार्फत छोटे कोरियर डोडाचूरा व अफीम लेकर आते है। उसके बाद यहां पर ट्रक वाले खाना खाने के बहाने रूकते है और दो या चार बोरी डोडाचूरा लोड कर दिया जाता है। जिससे किसी को संदेह भी नहीं होता है। आपको बता दें कि १४ अपे्रल को नीमच में हाईवे पर स्थित संयोग होटल के संचालक श्याम सिंह बोराना को जिला मंदसौर की नारायणगढ़ थाना पुलिस ने 31 किलोग्राम अवैध अफीम के साथ गिरफ्तार किया था। आरोपी युवक कमल राणा गैंग का सदस्य है, वहीं पुराने तस्कर राजू नागदा साथी है। जो कि होटल की आड़ में काफी लम्बे समय से तस्करी करते हुए पुलिस की आंखों में धूल झोंके हुए था। वहीं पुलिस द्वारा जिस स्विफ्ट कार में मादक पदार्थ पकड़ा था। उसके मालिक भंवरसा निवासी विनोद सिंह फरार था।
कुख्यात तस्कर क्षेत्र में सक्रिय
नीमच पुलिस कुछ बड़े तस्कर पर शिकंजा कसा है, जिनमें फतेहलाल नागदा, बाबू सिंधी गिरोह है, लेकिन आज भी बड़े कुख्यात तस्कर पप्पू धाकड़, शौकीन धाकड़ और कमल राणा पुलिस की गिरफ्त से दूर है। जिनकी गिरफ्तारी पर पुलिस महकमे ने भारी भरकम इनाम भी घोषित कर रखा है। लेकिन पुलिस की मिलीभगत से फरारी में इनका तस्करी का कारोबार जारी है। हालांकि शौकीन धाकड़ को तो कई बार रतनगढ़ क्षेत्र लोगों को घूमता दिखता है, लेकिन पुलिस की गिरफ्त से दूर है। वहीं इन दिनों रतनगढ़ और सिंगोली घाटी की तरफ से राजस्थान को मादक पदार्थ की तस्करी जोरो पर है।
इनका यह कहना है
पीआईटी एनडीपीएस एक्ट के तहत नीमच में चार लोगों पर कार्रवाई हुई थी। हाईकोर्ट ने सुनवाई कर उनसभी को बरी कर दिया है। यह नहीं कह सकते की क्यों किया, कोर्ट का निर्णय है। फरार तस्करों लेकर पुलिस अपना सूचना तंत्र मजबूत कर रही है, जल्द ही इनकी भी गिरफ्तारी होगी और ठोस कार्रवाई जारी रहेगी।
– अमित तोलानी, एसपी नीमच।
पुलिस ने नीमच के चार लोगों पर पीआईटी एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की थी, वहीं प्रदेश में करीब ३०-३५ लोगों पर कार्रवाई हुई थी। इस एक्ट के तहत छह माह तक जमानत नहीं होने का प्रावधान था। सभी आरोपी ने जबलपुर पीटिशियन लगाई थी। जिसमें सभी को बरी कर दिया है। हालांकि नीमच के मुमताज पर पूर्व में पुलिस ने दस प्रकरण दर्ज किए है। जिनमें बरी केस को भी वहा प्रस्तुत कर दिया गया, जो कि पुलिस काफी बड़ी लापरवाही है। पिछले तीन साल से मुमताज पर कोई प्रकरण दर्ज नहीं है। यह सब कोर्ट में सुनवाई के दौरान तथ्य के तहत प्रस्तुत किया गया। जिसका लाभ मिला।
– सलीम दुर्रानी, वरिष्ठ अधिवक्ता नीमच।