ट्रंप ने इस राहत से चीन को अलग रखा जिसने बुधवार को ही अमरीका पर 84 फीसदी जवाबी टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। ट्रंप ने कहा कि चीन पर अब वह 125 फीसदी टैरिफ लगाएंगे। ट्रंप ने कहा कि करीब 75 देश बातचीत के लिए तैयार हैं। ट्रंप की इस घोषणा के बाद भारत पर लगाया गया 26 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ भी फिलहाल नही लगेगा। हालांकि 90 दिन की राहत से यूरोप और कनाडा को राहत मिलेगी या नहीं, इस बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं है। कुछ खबरों में बताया जा रहा है कि चीन के अलावा सभी देशों को राहत मिल गई है। हालांकि यूरोप और कनाडा ने भी बुधवार को जवाब कदम उठाए थे।
अमेरीका पर चीन ने 84 फीसदी तो यूरोप ने लगाया 25 फीसदी जवाबी टैरिफ
नई दिल्ली. अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड के बढ़ाए गए टैरिफ को 90 दिन के लिए रोकने की घोषणा से पहले चीन और यूरोपीय यूनियन (ईयू) ने बुधवार को जवाबी हमला कर व्यापार युद्ध (ट्रेड वॉर) को और बढ़ा दिया। चीन ने पलटवार करते हुए अमरीकी सामान पर 50 फीसदी का अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया जिससे कुल टैरिफ 84 फीसदी हो गया। नए टैरिफ गुरुवार दोपहर 12 बजे के बाद से प्रभावी होंगे। इस बीच, ईयू ने पहली बार बड़ा कदम उठाते हुए सोयाबीन, मोटरसाइकिल और सौंदर्य प्रसाधनों सहित 20 अरब यूरो से अधिक मूल्य के अमरीकी उत्पादों पर 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की।
अमरीकी पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने के निर्णय पर यूरोपीय संघ के सदस्य देशों की सहमति मिलने के बाद यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेन ने कहा, ‘यदि अमरीका निष्पक्ष और संतुलित वार्ता के परिणाम पर सहमत हो जाता है तो इन जवाबी उपायों को किसी भी समय निलंबित किया जा सकता है।’ ये टैरिफ पिछले महीने स्टील और एल्युमीनियम पर लगाए गए अमरीकी टैरिफ के जवाब में लगाए गए हैं। आयोग ने कहा कि नए टैरिफ 15 अप्रैल से प्रभावी हो जाएगा। ट्रंप ने ईयू से कार आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया है और यूरोपीय संघ पर 20 प्रतिशत के कथित पारस्परिक टैरिफ लगाने का टारगेट रखा है।
दो चरणों में लागू होगा ईयू टैरिफ
यूरोपीय आयोग के अनुसार, दो चरणों में टैरिफ लागू किया जाएगा। सबसे पहले, यूरोपीय संघ ट्रंप के पहले कार्यकाल से लागू कुछ टैरिफ को, जो वर्तमान में निलंबित हैं, फिर लागू कर देगा और उन्हें अगले मंगलवार से वसूला जाएगा। दूसरे चरण में टैरिफ के अंतर्गत लक्षित उत्पादों की एक नई सूची बनाई गई है, जिनमें से अधिकांश अगले महीने से और कुछ दिसंबर में प्रभावी होंगे। उत्पादों की सूची ट्रंप के रिपब्लिकन पार्टी के कब्जे वाले राज्यों को ध्यान में रखकर बनाई गई है। लक्षित वस्तुओं में मुर्गी, चावल, मक्का, फल और मेवे, लकड़ी, मोटरसाइकिल, प्लास्टिक, कपड़े, पेंटिंग और विद्युत उपकरण शामिल हैं।
चीन में छह अमरीकी एआइ कंपनी ब्लैकलिस्ट
चीन ने अमरीका के खिलाफ कई जवाबी कदम उठाए हैं। उनमें छह अमरीकी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) फर्मों को ब्लैकलिस्ट करना और 11 अन्य को अपनी ‘अविश्वसनीय संस्थाओं’ की सूची में जोड़ना शामिल है। इस कदम का उद्देश्य चीनी तकनीक तक अमरीका की पहुंच को प्रतिबंधित करना है। चीन ने यह भी घोषणा की कि वह विश्व व्यापार संगठन में अमरीका के खिलाफ एक नया मुकदमा शुरू कर रहा है और वाशिंगटन द्वारा आगे बढ़ने पर ‘अंत तक लड़ने’ के लिए तैयार है।
भारतीय निर्यातकों को घबराने की जरूरत नहींः गोयल
इधर, भारत में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने निर्यातकों से कहा कि वे घबराएं नहीं। ट्रंप टैरिफ के कारण उभरते व्यापारिक परिदृश्य पर विचार-विमर्श के लिए आयोजित एक बैठक में गोयल ने भरोसा दिलाया कि भारत अमरीका के साथ प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) के लिए सही मिश्रण और सही संतुलन बनाने पर काम कर रहा है।