
Alopecia Areata के साथ जूझते हुए आपके जीवन में सबसे कठिन पल कौन सा था?
केतकी ने अपने संघर्षपूर्ण सफर के बारे में साझा करते हुए बताया कि इस दौरान उनके अपने ही रिश्तेदारों ने उन्हें कई कड़ी बातें कहीं। उन्होंने उनके साहस और आत्मविश्वास को नकारा करते हुए, यह तक कह दिया कि जो मान-सम्मान उन्हें मिल रहा था, वह झूठा और खरीदा हुआ था। इन शब्दों से आहत होने के बावजूद, केतकी ने हार नहीं मानी और अपनी मेहनत, संघर्ष और आत्मविश्वास से उन सभी झूठी बातें और आलोचनाओं को दरकिनार कर दिया। और दृढ़ निश्चय और संघर्ष ही उनकी असली पहचान बन गई।
केतकी के मुश्किल वक्त में, जब वह अपनी बीमारी से जूझ रही थीं, उन्हें अपनों से ही नकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिलीं। उनके रिश्तेदारों ने उन्हें आलोचनाओं का शिकार बनाया, जिससे उनका आत्मविश्वास टूटने के बजाय और भी मजबूत हुआ। केतकी ने इन सारी बातों को खुद पर हावी नहीं होने दिया और अपने संघर्ष को जारी रखा।
उनके लिए अपनी नई सच्चाई को स्वीकार करना आसान नहीं था। शुरुआत में उन्हें इस हकीकत को अपनाने में काफी समय लगा। वह कई दिनों तक अपने आप को शीशे में देखने से कतराती थीं। मन में हो रही उथल-पुथल के चलते उन्होंने आत्महत्या तक करने की कोशिश की। लेकिन उस समय में भी उनके सामने एक सवाल आ खड़ा हुआ-“अगर वह यह कठोर कदम उठा लेंगी, तो उनके दोनों बच्चों का क्या होगा”? यह विचार उनके लिए एक झटके की तरह था। उसी पल उन्हें एहसास हुआ कि वह जो कर रही थीं, वह गलत था। अपने बच्चों की मासूम मुस्कानों और उनकी निर्भरता ने उन्हें रोक लिया। उस दिन के बाद उन्होंने ठान लिया कि वह इस बीमारी का डटकर सामना करेंगी। यह आसान नहीं था। लेकिन, अपने बच्चों के भविष्य और खुद की जिंदगी के लिए, वह इस लड़ाई को जीतने के लिए तैयार थीं।
केतकी जानी ने इस सफर के बारे में बताते हुए कहा कि इस यात्रा में उनके साथ उनके दोनों बच्चे, भैया-भाभी, उनकी पुस्तक के लेखक और उनके पालतू कुत्ते थे। उनके पालतू कुत्तों का साथ भी इस यात्रा को और अधिक सुखद और आनंददायक बनाता था। यह पूरा सफर उनके लिए एक परिवारिक और प्रेरणादायक अनुभव रहा।
उनके इस सफर में सबसे अहम मोड़ वह था जब उन्होंने खुद के लिए अपने प्यार को महसूस किया और एक टैटू बनवाया। यह टैटू बनवाना उनके लिए काफी दर्दनाक था लेकिन इससे उन्हें आत्मविश्वास मिला।

“किसी भी बीमारी या समस्या से जूझ रहे लोगों को प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा, ‘आपकी असली सुंदरता आपकी अंदरूनी शक्ति में होती है। हमेशा अपने आप पर विश्वास रखें और जीवन की चुनौतियों का सामना करते हुए आगे बढ़ते जाएं।”
केतकी जानी एक प्रेरणादायक महिला हैं, जिनकी कहानी संघर्ष, साहस और आत्मविश्वास की प्रतीक है। उन्हें 2010 में Alopecia नामक बीमारी हुई, जिससे उनके बाल पूरी तरह से झड़ गए। Alopecia एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर का इम्यून सिस्टम अपने ही बालों पर हमला करता है, और इसके कारण बालों का झड़ना शुरू हो जाता है। बालों का झड़ना उनके लिए एक बड़ा मानसिक और शारीरिक चुनौती था, लेकिन उन्होंने इसे अपनी पहचान बनने से रोकने के बजाय अपने आत्मविश्वास को मजबूत किया।