क्या बोले उद्धव ठाकरे
राज ठाकरे के बयान के बाद
उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह छोटे-मोटे विवादों को किनारे रखने के लिए तैयार है। मैं सभी मराठी लोगों से महाराष्ट्र के हित में एकजुट होने की अपील करता हूं। लेकिन एक शर्त है – जब हमने संसद में कहा था कि उद्योगों को गुजरात में स्थानांतरित किया जा रहा है, अगर हम तब एकजुट होते, तो हम महाराष्ट्र के लिए काम करने वाली सरकार बना सकते थे।
मैं उनके साथ नहीं बैठूंगा-उद्धव
उद्धव ठाकरे ने कहा कि जो भी महाराष्ट्र के हितों के खिलाफ काम करेगा मैं उनका स्वागत नहीं करूंगा और ना ही उन्हें घर बुलाऊंगा। मैं उनके साथ नहीं बैठूंगा। पहले यह स्पष्ट हो जाए और फिर हम महाराष्ट्र के लिए मिलकर काम करें।
उद्धव के साथ झगड़े पर क्या बोले राज ठाकरे
राज ठाकरे ने कहा कि उद्धव ठाकरे और उनके बीच विवाद और झगड़े मामूली है। महाराष्ट्र इन सबसे कहीं बड़ा है। ये विवाद और झगड़े महाराष्ट्र और मराठी लोगों के अस्तित्व के लिए महंगे साबित हो रहे है। हमारा साथ आना मुश्किल नहीं है, यह इच्छाशक्ति का मामला है।
संजय राउत ने कही ये बात
शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने कहा राज ठाकरे ने बोला अगर दोनों भाइयों के बीच कोई शिकायत है, तो मैं अपना अहंकार अलग रखूंगा और महाराष्ट्र के सर्वोत्तम हितों के लिए इसे (शिकायत) दूर करूंगा। जिस पर उद्धव ठाकरे ने कहा है कि हम भाई हैं और हमारे बीच कोई शिकायत नहीं है और अगर कोई है, तो मैं उसे दूर करूंगा। लेकिन, आपको महाराष्ट्र और शिवसेना (UBT) के दुश्मन को अपने घर में जगह नहीं देनी चाहिए। अगर आप इस पर सहमत हैं, तो हम निश्चित रूप से बात करेंगे। 2005 में शिवसेना से अलग हुए थे राज ठाकरे
बता दें कि साल 2005 में शिवसेना से बगावत कर राज ठाकरे अलग हो गए थे। उस समय बाल ठाकरे जिंदा थे। हालांकि बाद में 2006 में राज ठाकरे ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना का गठन किया।