हम घर पर पैसे भेजें या खाना खाएं…: Rahul Gandhi ने सुना कुलियों का दर्द, शेयर किया बातचीत का वीडियो
Rahul Gandhi: राहुल गांधी ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कुलियों की बहादुरी की सराहना की, जिन्होंने पिछले महीने हुई भगदड़ के दौरान यात्रियों की मदद करने के लिए अपनी जान जोखिम में डाली थी।
राहुल गांधी ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कुलियों से की मुलाकात
Rahul Gandhi: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बुधवार नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कुलियों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कुलियों की बहादुरी की सराहना की, जिन्होंने बीते माह हुई भगदड़ के दौरान यात्रियों की मदद के लिए अपनी जान जोखिम में डाली थी। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर करते हुए उनसे बातचीत का वीडियो भी साझा किया है। राहुल गांधी ने केंद्र सरकार के सामने उनकी मांगों को लाने का वादा किया।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने एक्स पर अपनी पोस्ट में एक कुली का हवाला देते हुए उनकी दयनीय वित्तीय स्थिति को उजागर किया। उन्होंने लिखा, किसी-किसी दिन खाने के भी पैसे नहीं होते। हम घर पर पैसे भेजें या खाना खाएं। हमारे कुली भाई ऐसी मुश्किलों में जीने को मजबूर हैं। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के दौरान इन लोगों ने अपनी जान जोख़िम में डालकर लोगों की मदद की, लेकिन इनकी आवाज़ नहीं सुनी जा रही। मैं इनकी मांगों को सरकार के समक्ष रखूंगा और इनके अधिकारों के लिए पूरी ताक़त से लडूंगा!
"किसी-किसी दिन खाने के भी पैसे नहीं होते। हम घर पर पैसे भेजें या खाना खाएं।" हमारे कुली भाई ऐसी मुश्किलों में जीने को मजबूर हैं।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के दौरान इन लोगों ने अपनी जान जोख़िम में डालकर लोगों की मदद की, लेकिन इनकी आवाज़ नहीं सुनी जा रही।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि मैं उनकी मांगों को सरकार के सामने रखूंगा और उनके अधिकारों के लिए पूरी ताकत से लड़ूंगा! वीडियो में वे कुलियों से बातचीत करते हुए दिखाई दे रहे हैं, जो आभार के संदेश के साथ शुरू होता है। मैं यहां आपका धन्यवाद करने आया हूं। अपनी बातचीत के दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता और कुलियों ने 15 फरवरी की भगदड़ पर चर्चा की।
भगदड़ में यात्रियों को ऐसे बचाई थी जान
गांधी के बगल में बैठे कुलियों में से एक ने भगदड़ की घटना को याद करते हुए कहा, हमने पहले कभी इतनी बड़ी भीड़ नहीं देखी। उन्होंने यह भी कहा, हमने भी लोगों को मदद प्रदान की, जैसा कि प्रशासन ने किया, क्योंकि हम सभी स्टेशन के रास्तों से परिचित हैं। कुलियों ने अपने प्रयासों के बारे में बताते हुए कहा कि चाहे वह भीड़ से लोगों को खींचना हो, घायलों को एम्बुलेंस तक पहुंचाना हो, या मृतकों के शवों को निकालना हो अपनी शारीरिक शक्ति का उपयोग करके यात्रियों को हर संभव मदद की है।