‘प्रदेश के विकास के बारे में नहीं सोच रहे सीएम’
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि
सीएम सिद्धारमैया राज्य के विकास के बारे में नहीं सोच रहे हैं और जाति जनगणना रिपोर्ट जारी कर रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में प्रसव पीड़ा से जूझ रही महिलाओं की मौत हो रही हैं। सड़कों की हालत खस्ता है। लेकिन सरकार की प्राथमिकता जाति जनगणना रिपोर्ट है। कांग्रेस के मंत्री इसे वैज्ञानिक और प्रामाणिक बता रहे हैं।
‘मूल रिपोर्ट उपलब्ध नहीं’
उन्होंने दावा किया कि जयप्रकाश हेगड़े ने रिपोर्ट के बारे में सरकार को एक पत्र लिखा है। उसमें कहा गया है कि 26-08-2021 को जब एक सीलबंद बॉक्स खोला गया, तो पाया गया कि रिपोर्ट पर आयोग के पिछले अध्यक्षों के हस्ताक्षर नहीं थे। पत्र में उल्लेख किया गया है कि ना तो पांडुलिपि और न ही मूल रिपोर्ट उपलब्ध है।
मूल प्रति सिद्धारमैया के घर
अशोक ने कहा कि पूर्व अध्यक्ष कांतराजू रिपोर्ट पर हस्ताक्षर नहीं किए। मूल रिपोर्ट सीएम सिद्धारमैया के घर पर है। कैबिनेट में इस बात को लेकर हंगामा मचा हुआ है कि कुछ जातियों को प्रमुखता दी गई है। सर्वे बिना किसी के घर गए किया गया। सभी ने सीएम सिद्धारमैया के घर या दफ्तर में बैठकर रिपोर्ट तैयार की। नेता प्रतिपक्ष ने मांग की कि सरकार बताए कि 150 करोड़ रुपए कहां गए।
CM ने किया पलटवार
वहीं नेता प्रतिपक्ष पर सीएम सिद्धारमैया ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि अशोक झूठ बोलते हैं। व्यंग्यात्मक लहजे में मुख्यमंत्री ने पूछा कि वह सच बोलते कब हैं? सर्वेक्षण की मूल प्रति उनके घर पर होना कैसे संभव है? ‘सरकार ने नहीं किया न्याय’
आर अशोक ने कहा कि पीएसआई परशुराम की पत्नी अब संकट में है। सरकार ने सरकारी नौकरी का वादा किया था, लेकिन कुछ नहीं किया। उस मामले में भी रिपोर्ट दायर की गई है। परशुराम की मौत तबादलों को लेकर उत्पीड़न के कारण हुई, लेकिन सरकार ने न्याय नहीं किया।