हादसे दोनों भाई गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें ग्रामीणों ने थांवला के राजकीय सामुदायिक चिकित्सालय पहुंचाया, जहां से प्राथमिक उपचार कर घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए अजमेर के जेएलएन चिकित्सालय रेफर किया गया।
अजमेर ले जाते समय रायचंद्र रेगर ने दम तोड़ दिया। गंभीर घायल घनश्याम का उपचार जेएलएन हॉस्पिटल में जारी था, रविवार तड़के उसकी भी मौत हो गई। गांव को दो युवकों की हुई मौत की खबर सुनकर गांव में शोक की लहर दौड़ गई। घनश्याम व रायचंद्र के माता-पिता नहीं हैं। दोनों के बीच के भाई सेठूराम की 25 जून को शादी है। लेकिन घर के दोनों कमाऊ बेटे अकाल का ग्रास बन गए।
सड़क हादसे में बुझ गया घर का इकलौता चिराग, जवान बेटे का शव घर पहुंचा तो मचा कोहराम
पुष्कर में फैक्ट्री में सिलाई कर चलाते थे घर
जानकारी के अनुसार घनश्याम व रायचंद्र पुष्कर में अंग्रेजों के कपड़ों की सिलाई की एक फैक्ट्री में काम करते थे। घर की जिम्मेदारी इन दोनों पर थी। रायचंद्र के नौ माह का पुत्र है। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। सेठूराम ने पुलिस में मामला दर्ज करवाया है। शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सुपुर्द कर दिएष मामले की जांच थाना अधिकारी हीरा लाल वर्मा कर रहे हैं।