सुरेश पाटील की आत्महत्या की कोशिश ने राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा दिया है। वे लंबे समय से जिले की राजनीति, व्यापार, शिक्षा और सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाते आ रहे हैं। लगभग 30 से 40 वर्षों का उनका राजनीतिक सफर रहा है और एक सामान्य कार्यकर्ता से लेकर नगरसेवक और फिर महापौर तक का सफर उन्होंने तय किया। हालांकि बीते एक वर्ष से उन्होंने राजनीति और सार्वजनिक जीवन से खुद को काफी हद तक दूर कर लिया था।
सुरेश पाटील एनसीपी शरद पवार गुट की प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील के कट्टर समर्थक माने जाते है। फिलहाल वह अजित पवार नीत एनसीपी की प्रदेश कार्यकारिणी में पदाधिकारी हैं। आत्महत्या की कोशिश के पीछे की वजह फिलहाल साफ नहीं हो पाई है, जिससे तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। यह घटना सांगली के विश्रामबाग पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है और जांच शुरू कर दी है।
सुरेश पाटील की आत्महत्या न सिर्फ राजनीतिक बल्कि सामाजिक हलकों में भी चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। अब सभी की नजरें उनके स्वास्थ्य में सुधार और घटना के पीछे की सच्चाई सामने आने पर टिकी हैं।
नगर निगम कमिश्नर का मुंबई में हो रहा इलाज
इस बीच, लातूर के नगर निगम कमिश्नर बाबासाहेब मनोहरे को एयर एम्बुलेंस से मुंबई शिफ्ट किया गया है। उन्हें सोमवार को लातूर एयरपोर्ट पर ग्रीन कॉरिडोर जैसी स्थिति में लाया गया और फिर विमान से मुंबई भेजा गया। उनका आगे का इलाज मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में होगा। उन्होंने अपने घर में शनिवार रात करीब 11:15 बजे खुद को गोली मार ली थी। उन्होंने रिवॉल्वर से अपने सिर में गोली मारी थी जो आर-पार हो गई। अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि उन्होंने आत्महत्या की कोशिश क्यों की।