लाडकी बहिन योजना (Mukhyamantri Majhi Ladki Bahin Yojana) का ऐलान जून 2024 में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली महायुति सरकार ने की थी, जो मध्य प्रदेश सरकार की लाडली बहना योजना की तर्ज पर बनायीं गई है। मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण योजना (Mukhyamantri Ladki Bahin Yojana) के तहत पात्र महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। पहली किस्त जुलाई 2024 में दी गई थी, और तब से अब तक कुल नौ किस्तें (जुलाई से मार्च तक) महिलाओं के खातों में जमा हो चुकी हैं।
पिछले महीने फरवरी और मार्च की संयुक्त किस्त महिला दिवस के अवसर पर 8 मार्च की पूर्व संध्या पर दी गई थी, और 12 मार्च तक लगभग ढाई करोड़ लाडली बहनों के खाते में तीन हजार रुपये पहुंचे थे। इससे उन्हें काफी राहत मिली थी। अब अप्रैल महीने की किस्त को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि यह भी अप्रैल के तीसरे हफ्ते में महिलाओं के खाते में डिपाजिट किए जा सकते हैं। हालांकि सरकार की तरफ से अब तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन पिछली बार की तरह इस बार भी समय पर भुगतान की उम्मीद की जा रही है।
महिला दिवस के अवसर पर फरवरी और मार्च महीने की दो किस्तें एक साथ लाडकी बहनों को दी गई थी। इसलिए 6 अप्रैल को रामनवमी के मौके पर अप्रैल महीने की किस्त को लेकर घोषणा होने की उम्मीद जताई जा रही थी। हालांकि, इस संबंध में राज्य सरकार की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई।
2100 रुपये पर सस्पेंस कायम
हाल ही में मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण योजना की राशि को 1500 रुपये से बढ़ाकर 2100 रुपये करने को लेकर राज्य के उपमुख्यमंत्री व वित्त मंत्र अजित पवार ने बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि लाडली बहनों को फिलहाल 1500 रुपये दिए जा रहे हैं, लेकिन जब राज्य के आर्थिक हालात सुधरेंगे, तब इसे बढ़ाने के संबंध में फैसला लिया जाएगा। अजित पवार के इस बयान से एक बार फिर स्पष्ट हो गया है कि लाडली बहनों को 2100 रुपये की किस्त कब से मिलेगी, यह कोई नहीं जानता। वहीँ, इस लाडली बहना योजना (लाडकी बहीण योजना) के तहत जो महिलाएं तय मापदंडों पर खरी नहीं उतरतीं, उन्हें अपात्र घोषित कर योजना से बाहर किया जा रहा है। हर महीने अपात्र महिलाओं की संख्या में इजाफा हो रहा है। ऐसे में यह स्पष्ट है कि जो लाडकी बहनें योजना के मानदंडों में फिट नहीं बैठतीं, उन्हें दसवीं किस्त नहीं मिलेगी।