परिजन उसकी हालत देख परिजन घबरा गए। तत्काल उसे लेकर जिला चिकित्सालय पहुंचे। चिकित्सकों ने उसकी हालत गंभीर देख आगरा एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
डॉक्टर को दिखाने के बाद भी नहीं मिला आराम
वृंदावन के सुनरख गांव का राजाबाबू ने BBA की पढ़ाई करता है। 18 साल पहले उसका अपेंडिक्स का ऑपरेशन हुआ था। लेकिन कुछ दिनों से उसके पेट में फिर से दर्द होने लगा। उसने कई डॉक्टरों को दिखाया, लेकिन आराम नहीं मिला।
पास के मेडिकल स्टोर से लिया ऑपरेशन का सामान
अल्ट्रासाउंड समेत कई तरह की जांचें कराईं, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। मंगलवार रात ज्यादा दर्द होने लगा। इसके बाद उसने यूट्यूब पर ऑपरेशन करने के वीडियो देखे, फिर इंटरनेट पर एनेस्थेसिया के बारे में पढ़ा। पास वाली मेडिकल से इंजेक्शन और दवाएं खरीदकर लाया। पहले इंजेक्शन लगाया, फिर जहां-जहां पर दर्द होता था, उस जगह को ब्लेड से चीर दिया। इसके बाद हाथ डालकर देखा तो वहां लोहे का तार जैसा लगा। उसे निकालने की कोशिश की तो नहीं निकला। इसके बाद कुछ समझ में नहीं आया तो सुई-धागे से पेट को सिल दिया। बाद में घर वालों को बताया तो उसे अस्पताल लेकर पहुंचे।