CG News: लिया जाएगा सफाई की व्यवस्था का जायजा
ऐसे कई बिंदुओं को ध्यान में रखकर शहर की स्वच्छता का आंकलन किया जा रहा है। इधर,
नगर पालिका ने स्वच्छता सर्वे की रैंकिंग में छलांग लगाने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। वार्डों में सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बताया जाता है कि इस बार फाइव स्टार रैंकिंग लाने के लिए नगर पालिका ने पूरी ताकत झोंक दी है। इसके अलावा सफाई कर्मियों द्वारा वार्डों में जाकर लोगों को आस-पास साफ रखने की अपील की जा रही है। गीला और सूखा कचरा को अलग-अलग करने कहा जा रहा है।
बताया जाता है कि दिल्ली से आने वाली स्वच्छता सर्वे की टीम शहर के किसी भी स्थान का जायजा ले सकती है। पोर्टल पर अपलोड की गई जानकारी के आधार पर दिल्ली टीम निर्देश मिलते ही एक स्थान पर पहुंचेगी। और वहां सफाई की व्यवस्था का जायजा लेगी। स्वच्छता सर्वे के लिए दिल्ली की टीम कब आती है और कब जाती है कि नगर पालिका को खबर नहीं लगती।
फिलहाल, राज्य की टीम शहर की सफाई व्यवस्था और सुविधाओं का जायजा ले रही है। मिशन क्लीन सिटी के स्वच्छता प्रभारी नवशाद बक्श ने बताया कि राज्य शहरी विकास अभिकरण की टीम दो दिनों से सफाई व्यवस्था का जायजा ले रही है। इसकी रिपोर्ट दिल्ली भेजी जाएगी। बाद दिल्ली की टीम आएगी।
सफाई व्यवस्था में लगे 117 सफाई कर्मचारी
CG News: नगर पालिका के सफाई कर्मियों के लिए अध्यक्ष निखिलकांत साहू के निर्देश पर नई व्यवस्था शुरू की गई है। अब सफाई कर्मी संबंधित वार्ड के पार्षद के घर अपनी उपस्थिति देंगे। इसके लिए सभी वार्डों के पार्षदों के घरों में प्रति माह का उपस्थिति पत्रक दिया जाएगा। इसमें प्रतिदिन कर्मचारी अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे। नगर पालिका अध्यक्ष निखिलकांत साहू ने इस संबंध में सफाई विभाग को निर्देश दिया है। उन्होंने सभी वार्डों में दो-दो सफाई कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने कहा है। जिस वार्ड में सफाई कर्मी की ड्यूटी है। वहीं पर उनकी उपस्थिति लगवाने का निर्देश दिया है। इसके लिए पार्षद आवास में प्रतिमाह का उपस्थिति पत्रक भी रखने कहा है, ताकि कर्मचारी अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकें। पालिकाध्यक्ष ने स्वच्छता प्रभारी को सफाई कर्मचारियों को पर्याप्त सफाई उपकरण सहित पहचान पत्र प्रदाय करने के भी निर्देश दिए हैं। साहू ने कहा कि सफाई कर्मचारी नगर पालिका के प्रमुख अंग हैं। शहर की सफाई की व्यवस्था यदि दुरुस्त रहेगी तो शहर और सुंदर दिखेगा।
शहर की सफाई व्यवस्था में 117 सफाई कर्मचारी लगे हैं। महिलाएं डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण करती हैं। दुकानदारों से यूजर चार्ज भी वसूला जाता है। जानकारी के मुताबिक महासमुंद नगर पालिका क्षेत्र से प्रतिदिन 13 टन कचरा निकलता है। इसमें 6 टन सूखा और 7 टन प्लास्टिक कचरा होता है। कचरा को एकत्र कर एसएलआरएम सेंटर ले जाया जाता है। वहां पर कचरा की छंटाई की जाती है। शहर में प्लास्टिक का कचरा ज्यादा निकलता है। इसके अलावा प्लास्टिक को लेकर नगर पालिका अभियान भी चलाती है।
सफाई कर्मियों ने कबाड़ से जुगाड़ कर बनाई सामग्री
CG News: पिछली बार
महासमुंद को 50 हजार से एक लाख तक की आबादी वाली श्रेणी में नंबर एक का स्थान मिला था। इस बार स्वच्छता सर्वे में अव्वल आने के लिए नगर पालिका जोर लगा रही है। इसके लिए शहर में सफाई अभियान चलाया जा रहा है। वहीं स्वच्छता सर्वे के तहत टीम को दिखाने के सफाईकर्मियों ने कबाड़ से जुगाड़ के तहत सामग्री बनाई है। जिसे गुरु गोविंद सिंह उद्यान में रखा गया है। पिछले दिनों स्वच्छता सर्वे को लेकर कार्यपालन अभियंता ने बैठक ली थी। कार्यों की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए थे।
दीवार लेखन कर जागरूक
शहर में जगह-जगह दीवार लेखन किया जा रहा है। पिछले दिनों सब्जी बाजार में नगर पालिका की टीम ने सफाई व्यवस्था का जायजा लेकर निर्देश दिए थे। अब फिर से वही स्थिति देखने को मिल रही है। जगह-जगह कचरा बिखरा हुआ है और नालियां भी जाम हो गई हैं। डस्टबिन गायब हैं।